फरार आरोपियों की गिरफ्तारी एवं उनकी संपत्ति चिन्हअंकित कर नीलाम करने सहारा पीड़ितों ने कोतवाली में सौपा ज्ञापन
डमरूआ न्यूज/ रायगढ़. सहारा पीड़ित पहले तो सहारा से पीड़ित है और अब पुलिस और प्रशासन से भी पीड़ित दिखाई देते हैं. 50 करोड़ की हेरा फेरी करने वाले सहारा ग्रुप के 60 आरोपी FIR होने के तकरीबन 18 माह पश्चात भी फरार है, लेकिन हैरानी की बात यह है कि पुलिस के लंबे हाथ सहारा के माध्यम से बेसहारा कर देने वाले इन 60 आरोपियों तक नहीं पहुंच पा रहे हैं.
आपको बता दें कि रायगढ़ के सहारा पीड़ितों ने एक जुटता दिखाते हुए कोतवाली थाने में सहारा के खिलाफ 18 माह पूर्व FIR दर्ज करवाई थी, चूंकि पूरे प्रदेश में सहारा से पीड़ित काफी संख्या में लोग हैं इसलिए इस FIR में पीड़ितों की संख्या बढ़कर अब 6000 हो चुकी है. हैरान कर देने वाली यह है कि पुलिस को भारी मशक्कत के बाद अब तक केवल चार आरोपी ही मिल पाए हैं, जबकि 60 आरोपी अभी भी फरार हैं, प्रदेश में इतनी भारी भरकम पुलिस फोर्स जो नक्सलियों से भी निपटने का दम भरती है उसके लिए ये 60 आरोपी चुनौती बने हुए हैँ. पुलिस किस मजबूरी में या किन संसाधनों की कमी के कारण उक्त आरोपियों को गिरफ्तार नहीं कर पा रही है यह भी अपने आप में जांच का विषय हो सकता है. बहरहाल सहारा पीड़ितों को अब यह चिंता सता रही है कि फरार आरोपी अपनी संपत्तियों को किसी और को बेच देंगे या किसी और के नाम कर देंगे तो उनकी संपत्ति कुर्की नहीं हो सकेगी जिससे सहारा पीड़ितों को उनकी गाढ़ी कमाई भी वापस नहीं मिल पाएगी, और FIR भी औचित्यहीन हो जाएगा . इसलिए सहारा पीड़ित पुलिस और प्रशासन के दरवाजे लगातार खटखटा रहे हैं, इस उम्मीद से कि जाने कब पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों के कान में उनकी फरियाद सुनाई दे जाए और उन्हें न्याय मिल सके.