सारंगढ़-बिलाईगढ़/ छत्तीसगढ़ राज्य के स्थापना दिवस के उपलक्ष्य में जिले के कलेक्टर धर्मेश कुमार साहू ने सभी नागरिकों से अपील की है कि वे 1 नवंबर को अपने घरों में दीप प्रज्ज्वलित कर इस दिवस को हर्षोल्लास के साथ मनाएं। कलेक्टर ने कहा कि इस अवसर पर प्रत्येक नागरिक को राज्य की प्रगति और विकास की दिशा में अपने योगदान का संकल्प लेना चाहिए। जिला प्रशासन ने भी इस पर्व को विशेष रूप से मनाने के लिए जिला मुख्यालय कलेक्टोरेट बिल्डिंग सारंगढ़ में दीप प्रज्ज्वलित करने का निर्णय लिया है।
छत्तीसगढ़ राज्य का गठन 1 नवंबर 2000 को हुआ था। राज्य बनने से पहले छत्तीसगढ़ मध्यप्रदेश का हिस्सा था, लेकिन उसके बाद छत्तीसगढ़ ने अपनी नई पहचान स्थापित की और राज्य के निवासियों को कई सुविधाएं मिलीं। पहले छत्तीसगढ़ के नागरिकों को किसी भी सरकारी काम के लिए दूर राजधानी भोपाल जाना पड़ता था, लेकिन अब उन्हें अपनी राजधानी रायपुर का सौभाग्य प्राप्त है, जिससे प्रशासनिक कार्य सुगम और सुलभ हो गए हैं। साथ ही, पहले न्यायिक मामलों के लिए जबलपुर स्थित हाईकोर्ट की ओर रुख करना पड़ता था, लेकिन अब बिलासपुर में हाईकोर्ट की स्थापना के बाद न्याय तक पहुंच आसान हो गई है।
कलेक्टर साहू ने बताया कि राज्य स्थापना के बाद से छत्तीसगढ़ ने उद्योग, कृषि, शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में बहुत प्रगति की है। राज्य सरकार ने स्थानीय संसाधनों का सही उपयोग कर रोजगार के अवसर बढ़ाए हैं। विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्रों में आजीविका के साधनों में वृद्धि हुई है, जिससे ग्रामीण विकास को गति मिली है।
उन्होंने कहा कि राज्य स्थापना दिवस केवल एक उत्सव नहीं, बल्कि एक ऐसा अवसर है जो हमें अपनी मिट्टी और उसके गौरव को याद दिलाता है। यह वह दिन है जब हर नागरिक अपने राज्य के प्रति अपने दायित्वों को पहचानता है और उसके विकास में अपनी भूमिका निभाने का संकल्प लेता है।
राज्य सरकार और जिला प्रशासन इस बार का स्थापना दिवस सामूहिक भागीदारी और उत्सव के रूप में मना रहे हैं। कलेक्टर ने बताया कि जिला मुख्यालय में दीप प्रज्ज्वलन कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा, जिसमें जनप्रतिनिधियों, अधिकारियों और जिले के गणमान्य नागरिकों के साथ-साथ सभी आम नागरिकों की भी सहभागिता होगी।
सारंगढ़ बिलाईगढ़ जिले के नागरिकों से यह अपील करते हुए कलेक्टर ने कहा कि वे इस स्थापना दिवस पर दीप जलाकर अपने घर और समाज में उत्सव का माहौल बनाएं। उन्होंने कहा कि दीप प्रज्ज्वलन केवल रोशनी का प्रतीक नहीं, बल्कि राज्य के उज्जवल भविष्य के लिए हमारी सामूहिक आशाओं और आकांक्षाओं का प्रतीक भी है।
