सारंगढ़।।छत्तीसगढ़ में पंचायत चुनाव की सरगर्मियां तेज हो गई हैं, और सारंगढ़ के जनपद पंचायत क्षेत्र क्रमांक 09 में भी इस बार चुनावी मुकाबला रोचक होने वाला है। इस क्षेत्र से युवा, मिलनसार और शिक्षित प्रत्याशी हितेश अजगल्ले (बाबू) ने जनपद सदस्य (BDC) पद के लिए अपनी मजबूत दावेदारी पेश की है।
कौन हैं हितेश अजगल्ले (बाबू)?
हितेश अजगल्ले एक शिक्षित और ऊर्जावान युवा हैं, जो समाज सेवा और जनहित कार्यों में विशेष रुचि रखते हैं। उन्होंने अपने क्षेत्र में कई सामाजिक और विकास कार्यों में सक्रिय भागीदारी निभाई है, जिससे जनता के बीच उनकी लोकप्रियता लगातार बढ़ रही है।
जनता के मुद्दों पर फोकस
हितेश अजगल्ले का कहना है कि अगर उन्हें जनपद सदस्य के रूप में मौका मिलता है, तो वे शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क, पानी और रोजगार जैसे बुनियादी मुद्दों पर प्राथमिकता से काम करेंगे। उनका लक्ष्य है कि क्षेत्र का हर गांव विकास की मुख्यधारा से जुड़े और लोगों की समस्याओं का त्वरित समाधान हो।
ब्लैक बोर्ड (काला तख्ता) चुनाव चिन्ह से जनता को संदेश
इस बार चुनाव में उनका चुनाव चिन्ह ब्लैक बोर्ड (काला तख्ता) है, जो शिक्षा और ज्ञान का प्रतीक माना जाता है। हितेश अजगल्ले कहते हैं, “काला तख्ता सिर्फ पढ़ाई का माध्यम नहीं, बल्कि यह उज्जवल भविष्य की नींव है। मैं चाहता हूं कि मेरा क्षेत्र शिक्षित बने, जिससे हर व्यक्ति आत्मनिर्भर और सशक्त हो सके।”
मतदाताओं से अपील
हितेश अजगल्ले ने क्षेत्रवासियों से अपील की है कि वे ब्लैक बोर्ड (काला तख्ता) चुनाव चिन्ह पर मुहर लगाकर उन्हें भारी मतों से विजयी बनाएं। वे कहते हैं, “आपका एक वोट आपके क्षेत्र के विकास को नई दिशा देगा। मैं आपके विश्वास को कभी टूटने नहीं दूंगा और सारंगढ़ के जनपद पंचायत क्षेत्र क्रमांक 09 के सभी आने वाले पंचायतों को आदर्श पंचायत के रूप में विकसित करूंगा।”
जनता का समर्थन और चुनावी माहौल
क्षेत्र में चुनावी माहौल गर्म हो चुका है और मतदाता उम्मीदवारों के काम और वादों को परख रहे हैं। हितेश अजगल्ले को युवाओं और ग्रामीणों का समर्थन मिल रहा है, क्योंकि वे ज़मीनी स्तर पर सक्रिय रहते हैं और जनता की समस्याओं को अच्छी तरह समझते हैं।
बहरहाल जनपद पंचायत चुनाव 2025 में सारंगढ़ के जनपद पंचायत क्षेत्र क्रमांक 09 से हितेश अजगल्ले (बाबू) एक मजबूत दावेदार बनकर उभरे हैं। उनकी युवा सोच, सामाजिक जुड़ाव और विकासशील दृष्टिकोण उन्हें अन्य प्रत्याशियों से अलग बनाता है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि जनता किसे अपना जनप्रतिनिधि चुनती है।
(नोट: यह लेख चुनावी प्रचार सामग्री नहीं, बल्कि एक समाचार रिपोर्ट के रूप में तैयार किया गया है। पाठकों को निष्पक्ष दृष्टिकोण से मतदान करने की सलाह दी जाती है।)
