New Delhi Desk:दिल्ली पुलिस ने संसद परिसर में हुई धक्का-मुक्की के मामले में राहुल गांधी के खिलाफ FIR दर्ज की है। पुलिस के उच्च पदस्थ अधिकारियों के अनुसार, यह कार्रवाई भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) द्वारा की गई शिकायत के आधार पर की गई है।
भाजपा का आरोप है कि इस घटना में राहुल गांधी ने उनके दो सांसदों के साथ धक्का-मुक्की की, जिससे वे घायल हो गए और उन्हें आरएमएल अस्पताल में भर्ती कराया गया। भाजपा की अनुसूचित जनजाति से संबंधित महिला सांसद ने राहुल गांधी के असम्मानजनक व्यवहार की शिकायत राज्यसभा के अध्यक्ष से की है।
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इसके अलावा, भाजपा और कांग्रेस दोनों ही एक-दूसरे के सांसदों के खिलाफ पुलिस में शिकायतें दर्ज कराने के लिए गई थीं। भाजपा ने राहुल गांधी के खिलाफ हत्या का प्रयास और भारतीय दंड संहिता की छह अन्य गंभीर धाराओं के तहत शिकायत पेश की है।
पुलिस ने निम्नलिखित धाराओं के तहत FIR दर्ज की है:
– धारा 115: जानबूझकर चोट पहुंचाना
– धारा 117: गंभीर चोट पहुंचाना
– धारा 125: जीवन और व्यक्तिगत सुरक्षा को खतरे में डालना
– धारा 131: आपराधिक बल का प्रयोग
– धारा 351: आपराधिक धमकी
– धारा 3(5): सामान्य उद्देश्य से अपराध करना
इसके अलावा, राहुल गांधी के खिलाफ भी शिकायत दर्ज की गई है, जिसमें शामिल हैं:
– धारा 109: हत्या का प्रयास
– धारा 115: जानबूझकर चोट पहुंचाना
– धारा 117: गंभीर चोट पहुंचाना
– धारा 121: एक सरकारी कर्मचारी को उसके कर्तव्यों से बेखबर करने के लिए शारीरिक नुकसान पहुँचाना।
– धारा 351: आपराधिक भयभीत करने की क्रिया।
– धारा 125: दूसरों की सुरक्षा को संकट में डालना।
इस संदर्भ में यह समझना आवश्यक है कि इस धक्काकांड का आरंभ कैसे हुआ। असल में, आंबेडकर पर गृहमंत्री अमित शाह के वक्तव्य के विरोध में कांग्रेस पार्टी संसद में प्रदर्शन कर रही थी। इसी दौरान, बीजेपी भी कांग्रेस के खिलाफ अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त कर रही थी।
गुरुवार की सुबह 10:40 बजे कांग्रेस के सदस्य मकर द्वार की ओर बढ़ रहे थे जबकि बीजेपी के सांसद वहां पहले से ही मौजूद थे। इस प्रकार, दोनों दलों के सांसद विपरीत स्थितियों में एक-दूसरे के सामने खड़े थे, जिसके परिणामस्वरूप नारेबाजी की आवाजें उठने लगीं। यह स्थिति तनाव को और बढ़ा देती है।
घटनाक्रम लगभग 20 मिनट तक चला। कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि बीजेपी सांसदों ने उन्हें रोकने का प्रयास किया और धक्का-मुक्की की। इसी तरह, बीजेपी ने भी इस पर प्रतिक्रिया दी है। बीजेपी का दावा है कि इस दौरान राहुल गांधी ने एक सांसद के साथ धक्का-मुक्की की, जिससे वह सांसद बीजेपी के प्रताप सारंगी पर गिर गए।
इस झड़प में सारंगी और बीजेपी के एक अन्य सांसद मुकेश राजपूत को चोटें आईं। इस स्थिति पर प्रताप सारंगी ने कहा, “मैं सीढ़ियों पर खड़ा था। राहुल गांधी ने एक सांसद को धक्का दिया और वह मेरे ऊपर गिर गया, जिससे मैं भी गिर गया और मुझे चोट लग गई।”
वहीं, कांग्रेस के राज्यसभा सांसद केसी वेणुगोपाल ने स्पष्ट किया कि वास्तव में बीजेपी सांसदों ने राहुल गांधी को घेर लिया था। उनका कहना था कि बीजेपी सांसदों ने जानबूझकर राहुल गांधी का रास्ता रोका। हमने इस मामले में स्पीकर के समक्ष एक औपचारिक शिकायत दर्ज कराई है। कांग्रेस के अन्य सांसद प्रमोद तिवारी ने भी कहा कि यह घटना सभी ने देखी।
इंडियन ब्लॉक के अन्य नेताओं ने अमित शाह के इस्तीफे की मांग को लेकर आंबेडकर की प्रतिमा के निकट प्रदर्शन किया। इसके पश्चात, हमने संसद में प्रवेश करने का प्रयास किया, लेकिन भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने हमारा मार्ग अवरुद्ध कर दिया, जिससे हमें संसद के अंदर नहीं जाने दिया गया। इस हिंसक मुठभेड़ के दौरान हमारे नेता मल्लिकार्जुन खड़गे गिर पड़े, और कई अन्य लोग भी गिरे।
पूरे घटनाक्रम पर कांग्रेस के सांसद वेणुगोपाल, के. सुरेश, और मणिकम टैगोर ने लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला को एक पत्र लिखा है, जिसमें इस घटना का विवरण प्रस्तुत किया गया है। पत्र में उल्लेख किया गया है कि हमने मकर द्वार से संसद में प्रवेश की कोशिश की, लेकिन हमारे सांसदों को भीतर जाने से रोका गया। इसके अतिरिक्त, नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के साथ सत्तारूढ़ पार्टी के तीन सांसदों ने दुर्व्यवहार किया।
