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क्या मृत्यु के 9 महीने बाद भी नहीं पूरा हुआ नगर पालिका के 24 घंटे ?

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क्या मृत्यु के 9 महीने बाद भी नहीं पूरा हुआ नगर पालिका के 24 घंटे ?

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पारंपरिक भारतीय सामाजिक व्यवस्था में प्रत्येक व्यक्ति के सम्मानपूर्वक जीवनयापन की आदर्श परिकल्पना की गई है, तथा इसी आदर्श परिकल्पना में निहित है कि मृतक के द्वारा जीवनपर्यन्त जिन धार्मिक परंपराओं का पालन किया गया, उन्हीं परंपराओं एवं आस्था के अनुसार, विधि विधान पूर्वक उसका ससम्मान अंतिम संस्कार सम्पन्न हो।

 

सामान्यतः प्रत्येक व्यक्ति के परिवार के सदस्यों, मित्रों इत्यादि के द्वारा यथोचित धार्मिक विधि विधान से उसका अंतिम संस्कार सम्पादित कर दिया जाता है परन्तु कभी जब गरीब परिवार मे किसी की मृत्यु हो जाती हैं तब उसका अंतिम संस्कार मे किसी प्रकार की आर्थिक परेशानी न हो इस लिए सरकार ने श्रद्धांजलि योजना की शुरुआत की जिससे मृतक का भी सम्मान एवं विधिविधान पूर्वक अंतिम संस्कार हो सके, 

परन्तु धरातल पर यह योजना दम तोड़ती नजर आ रही है, इस योजना के लिए जवाबदार अधिकारी कर्मचारी इस योजना को बोझ की तरह मान रहे हैं, क्योंकि इस योजना से उन्हें किसी तरह का व्यक्तिगत लाभ नहीं मिल पाता! 

 

 चाम्पा नगर पालिका ने तो इस योजना का पूरी तरह मज़ाक बना कर रख दिया हैं इसके के लिए निर्धारित दिशा निर्देश की धज्जिया उड़ा दी हैं, इस कार्य के लिए नोडल अधिकारी नियुक्त किया जाता है पर नगर पालिका के पार्षद से लेकर कर्मचारी तक को नहीं मालूम की नोडल अधिकारी कौन है, फिर अधिकारी के मोबाइल नंबर का प्रचार प्रसार तो दूर की कौड़ी हैं , यदि मृतक के परिजन भूले भटके नगर पालिका तक पहुंच जाते है तब उन्हे जितनी प्रक्रिया बताई जाती है वह पूरा करना गरीब आदमी के बस की बात नहीं, जबकि इन प्रक्रियाओं को पूर्ण करवाना नोडल अधिकारी की जवाबदारी है!

 और संघर्ष कर नगर पालिका के द्वारा निर्धारित प्रक्रियाओं को पूर्ण कर भी ले तो लाभ मिलने के लिये महीनों इंतजार करना पड़ता है, एक उदाहरण से आप समझ सकते हैं, 

गेंद बाई महिलांगे वार्ड क्रमांक 27 के प्रोत्साहन राशि के लिए आवेदन जनवरी में जमा किया गया है जिसका भुगतान आज दिनांक तक नहीं हो पाया है 

 अब आप स्वयं ही समझ सकते हैं कि नगर पालिका परिषद में शासकीय योजनाओं का गरीब जनता तक पहुंचाने मैं किस तरह की लापरवाही बढ़ती जा रही है?

क्या है श्रद्धांजलि योजना

 नगरीय निकाय क्षेत्रों में निवासरत् गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाले परिवारों के किसी भी सदस्य के मृत्यु होने पर , उसके अंतिम संस्कार के लिए , श्रद्धांजलि योजना प्रारम्भ की गई हैं । ताकि उन्हें किसी के सामने हाथ फैलाने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी। ऐसे परिवार को आर्थिक सहायता देने के लिए सरकार ने श्रद्धांजलि योजना प्रारंभ की है। इस योजना के तहत 2 हजार रुपए की तात्कालिक सहायता दी जाएगी।ताकि परिवार के समक्ष राशि अभाव के कारण किसी प्रकार की बाधा उत्पन्न न हो अपितु सम्मान सहित अंतिम संस्कार किया जा सके। छत्तीसगढ़ राज्य के समस्त नगरीय निकाय क्षेत्रों में निवासरत् गरीबी रेखा के नीचे जीवन यापन करने वाले परिवार इस योजना के अंतर्गत पात्र हितग्राही हैं।

 

इस योजना के अंतर्गत नगरीय निकायों तथा नगर पंचायत को रूपये 50 हजार नगर पालिका परिषदों को रूपये 1.00 लाख एवं नगर पालिक निगमों को रूपये 2.00 लाख, संवालनालय नगरीय प्रशासन एवं विकास द्वारा चुंगी क्षति पूर्ति मद से अग्रिम राशि उपलब्ध कराई गई है। योजना के अंतर्गत 70 प्रतिशत राशि व्यय होने पर, सचालनालय द्वारा संबंधित निकाय को त्वरित प्रतिमूर्ति की जाती है।

नगरीय निकाय में श्रद्धांजलि योजना का क्रियान्वयन इस प्रकार होता है:

नगरीय निकाय द्वारा श्रद्धांजलि योजना के लिए एक नोडल अधिकारी नियुक्त किया जाता है.

नोडल अधिकारी को मोबाइल नंबर दिया जाता है, ताकि अवकाश के दिन भी किसी नागरिक की मृत्यु होने पर तुरंत राशि परिवार को दी जा सके.

नोडल अधिकारी को अग्रिम राशि दी जाती है, ताकि दिवंगत व्यक्ति के परिवार को परेशानी न हो.

 

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