प्रशांत डेनियल 7828438374
छत्तीसगढ़ राज्योत्सव 2025 में आदिवासी संस्कृति की दिखी झलक
गौरेला-पेंड्रा-मरवाही,






छत्तीसगढ़ राज्योत्सव 2025 के अवसर पर जिला गौरेला-पेंड्रा- मरवाही में आदिवासी विकास विभाग द्वारा लगाये गए आकर्षक स्टाल में आदिवासी संस्कृति की अनूठी झलक देखने को मिली। इस स्टाल में जिले की बैगा जनजाति की पारंपरिक हस्तशिल्प कलाओं, लकड़ी एवं बाँस से निर्मित वस्तुओं, मिट्टी के शिल्प एवं प्राकृतिक संसाधनों पर आधारित कलाकृतियों को विशेष रूप से प्रदर्शित किया गया। यह प्रदर्शन न केवल स्थानीय कारीगरों की प्रतिभा को उजागर करता है, बल्कि पारंपरिक कला के संरक्षण और प्रोत्साहन की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल भी है। विभाग द्वारा तैयार किया गया छात्रावास एवं आश्रम मॉडल भी स्टाल का प्रमुख आकर्षण रहा, जिसमें विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास हेतु नवाचारपूर्ण सुविधाओं का प्रदर्शन किया गया। इसके साथ ही ‘आदि सेवा केंद्र’ का मॉडल भी प्रदर्शित किया गया, जिसके माध्यम से ग्रामीण एवं दूरस्थ क्षेत्रों में शैक्षणिक, स्वास्थ्य एवं सामाजिक सेवाओं की पहुँच सुनिश्चित की जा रही है। इसके अतिरिक्त, प्रधानमंत्री जनमन योजना के अंतर्गत निर्मित बहुउद्देशीय केंद्र का मॉडल भी प्रदर्शनी में विशेष रूप से शामिल किया गया, जो ग्रामीण अंचलों में सामुदायिक विकास, आजीविका संवर्धन एवं सांस्कृतिक संरक्षण के लिए एक प्रभावी माध्यम सिद्ध हो रहा है। इस अवसर पर आगंतुकों ने आदिवासी जीवन, परंपराओं एवं विकास की दिशा में हो रहे सतत प्रयासों की सराहना की। आदिवासी विकास विभाग द्वारा प्रस्तुत यह स्टाल जिले की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर एवं आदिवासी सशक्तिकरण का प्रतीक बनकर उभरा है।


























