Damrua

कोतवाली पुलिस की सुस्ती ने बढ़ाया अपराधी का हौसला!

रायगढ़ के व्यवसायी की मोटरसायकल चोरी का मामला, FIR दर्ज करने में पुलिस की टालमटोल

डमरूआ न्यूज़ /रायगढ़। “चोरी हुई, रिपोर्ट दर्ज नहीं!” — ये वाक्य आज रायगढ़ के एक पीड़ित नागरिक की पीड़ा को बयां करता है। शहर के प्रतिष्ठित व्यवसायी विकास गुप्ता (निवासी – ओम हाइट्स, रायगढ़) ने पुलिस महानिरीक्षक बिलासपुर को लिखे पत्र में बताया है कि उनकी बजाज डिस्कवर मोटरसायकल (क्रमांक CG-13-UG-1933) को होटल उपयोग के लिए दिए जाने के बाद, कर्मचारी प्रतिव तिवारी (निवासी – सीधी, म.प्र.) द्वारा 25 नवंबर 2024 को लेकर भाग जाने की घटना घटित हुई।
पीड़ित ने बताया कि उन्होंने 26 नवंबर 2024 को सिटी कोतवाली थाने में चोरी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी, लेकिन एक साल बीतने को है और अब तक न तो आरोपी की गिरफ्तारी हुई, न ही कोई ठोस कार्रवाई। पुलिस अधिकारी द्वारा बार-बार “ट्रेसिंग में है” कहकर मामले को टाल दिया गया।

Adobe Scan 23 Oct 2025 (2)
विकास गुप्ता ने पत्र में लिखा है कि –
“मैं पिछले कई महीनों से थाने के चक्कर काट रहा हूं, लेकिन आज तक मेरी चोरी की रिपोर्ट पर एफआईआर दर्ज नहीं की गई। आरोपी खुलेआम घूम रहा है और पुलिस चुप है।”
उन्होंने यह भी आशंका जताई है कि आरोपी द्वारा वाहन का अपराधों में उपयोग किया जा रहा हो सकता है, परन्तु पुलिस की उदासीनता ने अपराधी का मनोबल बढ़ा दिया है।
पीड़ित ने पुलिस महानिरीक्षक से गुहार लगाई है कि यदि अब भी कार्रवाई नहीं की गई तो न केवल वाहन का नुकसान होगा, बल्कि अपराधी को खुले में छोड़ने की यह लापरवाही कानून व्यवस्था पर गंभीर प्रश्न खड़ा करेगी।

 एक्सपर्ट व्यू :-

एक आम नागरिक की रिपोर्ट पर कार्रवाई न करना न सिर्फ पुलिस तंत्र की निष्क्रियता को उजागर करता है बल्कि यह बताता है कि सिटी कोतवाली जैसे मुख्य थाने भी अब “कानूनी संरक्षण” के नाम पर अपराधियों के लिए सुरक्षित ठिकाना बनते जा रहे हैं।
अब सवाल ये है कि क्या रायगढ़ पुलिस आम जनता की सुनने से बड़ी हो गई है?
या फिर अपराधी को पकड़ने से ज्यादा जरूरी “कागज़ दबाना” हो गया है?

Facebook
WhatsApp
Twitter
Telegram