ठगी का नया तरीका: फर्जी आईडी और लड़की की आवाज का इस्तेमाल
अश्लील वीडियो से ब्लैकमेल कर 21 लाख की ठगी :सोशल मीडिया पर दोस्ती कर ब्लैकमेलिंग और ठगी का मामला छत्तीसगढ़ के जांजगीर-चांपा जिले से सामने आया है। पुलिस ने इस मामले में तीन युवकों को गिरफ्तार किया है, जिन्होंने फेसबुक पर लड़की के नाम और फोटो का इस्तेमाल कर फर्जी आईडी बनाई। वे इस आईडी से लोगों को फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजकर अपने जाल में फंसाते थे। इसके बाद, खास ऐप्स का इस्तेमाल कर लड़की की आवाज में बात करते थे और अश्लील वीडियो मंगाकर लोगों को ब्लैकमेल करते थे।
कैसे हुआ 21 लाख रुपए का फ्रॉड?
ग्राम पाली निवासी मुरली पटेल को उनकी फेसबुक आईडी पर एक फ्रेंड रिक्वेस्ट मिली। आरोपी ने लड़की की आवाज में बातचीत कर उनके साथ दोस्ती बढ़ाई। लंबे समय तक बातचीत के बाद आरोपी ने पटेल से उनका अश्लील वीडियो मंगवाया। वीडियो प्राप्त करने के बाद, आरोपी ने सोशल मीडिया पर इसे वायरल करने की धमकी दी और पैसे की मांग शुरू कर दी।
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मुरली पटेल ने डर के कारण कई किस्तों में 21 लाख रुपए आरोपियों के बताए गए बैंक खाते में ट्रांसफर कर दिए। लेकिन उनकी मुसीबत यहीं खत्म नहीं हुई। आरोपी लगातार और पैसों की मांग करने लगे। परेशान होकर पटेल ने साइबर थाना में शिकायत दर्ज करवाई।
पुलिस ने कैसे पकड़ा गिरोह को?
शिकायत के बाद साइबर थाना पुलिस ने तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर आरोपियों की पहचान की और रायगढ़ जिले में दबिश दी। कार्रवाई के दौरान प्रीतम महंत, कामेष साव, और हेमसागर पटेल को गिरफ्तार किया गया।
क्या-क्या बरामद हुआ?
आरोपियों के कब्जे से पुलिस ने एक लैपटॉप, तीन मोबाइल फोन, और ठगी की रकम से खरीदे गए घरेलू सामान और सोने-चांदी के जेवरात जब्त किए।
लोगों को कैसे रखें सतर्क?
यह घटना बताती है कि सोशल मीडिया पर फर्जी आईडी और तकनीक का दुरुपयोग कितनी बड़ी समस्या बन चुका है। यहां कुछ सावधानियां बताई जा रही हैं:
1. फ्रेंड रिक्वेस्ट स्वीकार करने से पहले प्रोफाइल की जांच करें।
2. अजनबियों के साथ निजी जानकारी साझा न करें।
3. किसी भी प्रकार की ब्लैकमेलिंग का शिकार होने पर तुरंत पुलिस से संपर्क करें।
4. सोशल मीडिया पर किसी भी तरह का अश्लील कंटेंट न भेजें।
पुलिस की अपील
पुलिस ने लोगों से अपील की है कि सोशल मीडिया पर सावधान रहें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की जानकारी तुरंत दें। इस तरह के अपराधों से बचाव के लिए जागरूकता ही सबसे बड़ा हथियार है।
बहरहाल यह घटना साइबर अपराध की बढ़ती चुनौतियों को उजागर करती है। फर्जी प्रोफाइल और तकनीक का गलत इस्तेमाल करके ठगी करना आम होता जा रहा है। ऐसे में सोशल मीडिया उपयोगकर्ताओं को सतर्क रहना चाहिए और किसी भी प्रकार के अनैतिक व्यवहार को बढ़ावा देने से बचना चाहिए।