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वाड्रफनगर के जंगलों में बाघ की दहशत, मवेशियों और ग्रामीणों पर हमले के बाद वन विभाग ने दी चेतावनी

बाघ

बलरामपुर के जंगलों में बाघ का आतंक, ग्रामीणों की सुरक्षा के लिए वन विभाग अलर्ट – जानें मुआवजे की प्रक्रिया

Balrampur News।।बलरामपुर जिले के वाड्रफनगर वन परिक्षेत्र में बाघ की मौजूदगी ने ग्रामीणों के बीच दहशत फैला दी है। हाल ही में बाघ ने एक किसान के बैल को मार डाला और एक अन्य बैल को बुरी तरह घायल कर दिया, जिससे ग्रामीणों में डर का माहौल बन गया है। यही नहीं, जंगल में लकड़ी इकट्ठा करने गए एक ग्रामीण पर भी बाघ ने हमला करने का प्रयास किया, हालांकि ग्रामीण अपनी जान बचाकर किसी तरह भागने में सफल रहा। इस घटना के बाद क्षेत्र के लोगों ने जंगल जाना बंद कर दिया है, और अब वे अपने मवेशियों को भी जंगल में नहीं छोड़ रहे हैं।

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ग्रामीणों द्वारा बाघ की धमक की आशंका पहले से ही जताई जा रही थी, लेकिन वन विभाग ने बाघ के पैरों के निशान की पुष्टि कर यह साबित कर दिया है कि जंगल में बाघ सक्रिय रूप से विचरण कर रहा है। इस पुष्टि के बाद वन विभाग ने मुनादी करवाई है, जिसमें लोगों को सतर्क रहने और जंगल के आस-पास न जाने की हिदायत दी गई है।

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वन विभाग ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए, बाघ के हमले में मारे गए मवेशी के लिए मुआवजा देने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। वन विभाग के अधिकारियों ने आश्वासन दिया है कि घायल और मृत मवेशियों के मालिकों को जल्द ही मुआवजा प्रदान किया जाएगा, ताकि उनकी आर्थिक सहायता हो सके और उनका भय कुछ कम हो सके।

 

वन विभाग ने स्थानीय लोगों को सलाह दी है कि वे जंगल में अकेले न जाएं और किसी भी संदिग्ध स्थिति में तुरंत वन विभाग से संपर्क करें। विभाग ग्रामीणों की सुरक्षा के लिए हरसंभव कदम उठाने की तैयारी में है और नियमित रूप से जंगल के अंदर गश्त बढ़ा दी गई है ताकि बाघ की गतिविधियों पर नजर रखी जा सके।

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