Bilaspur News Damrua।।यह समाचार धर्मांतरण के मुद्दे को लेकर बिलासपुर जिले के कोटा क्षेत्र में उभरी सियासी और सामाजिक हलचलों को उजागर करता है। घटना ग्राम पंचायत पुडु के आश्रित ग्राम बंगलाभाठा में आदिवासी समुदाय द्वारा बनाए गए प्रार्थना सभा घर से जुड़ी है, जिसका उद्घाटन कार्यक्रम हाल ही में आयोजित किया जाना था। हालांकि, भाजपा नेता प्रबल प्रताप सिंह जूदेव और हिंदू संगठनों ने इसका विरोध किया और आरोप लगाया कि इस प्रार्थना घर का निर्माण धर्मांतरण के उद्देश्य से किया गया था।
भाजपा नेताओं और हिंदू संगठनों ने आरोप लगाया कि यह प्रार्थना घर आदिवासी समुदाय को धर्मांतरण के लिए प्रेरित कर रहा है, और इस मामले में कांग्रेस विधायक अटल श्रीवास्तव पर आरोप लगाए कि वह इस तरह की गतिविधियों को बढ़ावा दे रहे हैं। भाजपा ने इसे धार्मिक उन्माद फैलाने का प्रयास भी बताया और विधायक को धर्मांतरण के एजेंट के रूप में पेश किया। इसके चलते प्रार्थना घर का उद्घाटन टल गया और मामला सियासी विवाद का रूप ले लिया।
वहीं, कांग्रेस विधायक अटल श्रीवास्तव ने भाजपा पर आरोप लगाया कि वह धर्मांतरण का मुद्दा उठाकर राजनीतिक लाभ प्राप्त करना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा और भगवा धारी संगठन जानबूझकर क्षेत्र में अशांति फैलाना चाहते हैं और धर्मांतरण के नाम पर समाज में विभाजन पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं। विधायक ने यह भी चेतावनी दी कि अगर ऐसा ही चलता रहा, तो बलौदाबाजार और लोहारीडीह जैसी घटनाएं हो सकती हैं।
इस बीच, संत समाज भी इस मामले में सक्रिय हो गया है। संत समाज ने विधायक अटल श्रीवास्तव पर आरोप लगाया कि उन्होंने हिंदू समुदाय को “भगवा गुंडे” कहकर संबोधित किया, जिससे धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंची है। संत समाज और हिंदू संगठनों ने पुलिस अधीक्षक को शिकायत सौंपी और विधायक के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग की है, साथ ही चेतावनी दी कि अगर उनकी मांगें पूरी नहीं हुईं, तो वे उग्र आंदोलन करेंगे।
इस मुद्दे ने न केवल राजनीति बल्कि समाज में भी गहरी बहस छेड़ दी है, जहां एक ओर धार्मिक और राजनीतिक संगठन एक-दूसरे पर आरोप लगा रहे हैं, वहीं आदिवासी समाज अपने धार्मिक स्वतंत्रता के अधिकार की रक्षा करने की कोशिश कर रहा है।