सारंगढ़ बिलाईगढ़ / शासकीय लोचन प्रसाद पांडेय महाविद्यालय सारंगढ़ में सात दिवसीय राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस) शिविर का आयोजन किया गया, जिसके छठवें दिन कलेक्टर धर्मेश कुमार साहू मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित हुए। इस अवसर पर कार्यक्रम की शुरुआत माता सरस्वती और स्वामी विवेकानंद की प्रतिमा पर माल्यार्पण और दीप प्रज्वलित कर की गई।
कलेक्टर साहू ने उपस्थित विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि युवाओं के अंदर असीम ऊर्जा और क्षमता होती है, जो समाज और देश की प्रगति में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है। उन्होंने युवाओं को अपनी ऊर्जा को सही दिशा में उपयोग करने का आग्रह किया। कलेक्टर ने कहा, “युवाओं को अपनी ऊर्जा और शक्ति का उपयोग अपने लक्ष्य प्राप्ति और समाज की सेवा में करना चाहिए। वे देश का भविष्य हैं और उनमें अपार क्षमता है।” उन्होंने छात्रों को अपने जीवन के एनएसएस के दिनों का स्मरण कराते हुए बताया कि एनएसएस में जुड़ने से व्यक्तित्व का विकास होता है, जो उनके करियर और जीवन में महत्वपूर्ण योगदान देता है।
कलेक्टर साहू ने सात दिवसीय शिविर के दौरान ग्राम पीपरदा में छात्रों द्वारा किए गए सेवा कार्यों की सराहना की। उन्होंने विशेष रूप से नशा मुक्ति अभियान की प्रशंसा की, जिसे एनएसएस के स्वयंसेवकों ने गांव में सफलतापूर्वक संचालित किया है। उन्होंने कहा कि यह अभियान समाज में जागरूकता लाने के लिए बहुत महत्वपूर्ण है और ग्रामवासियों को नशामुक्त बनाने का प्रयास सराहनीय है। कलेक्टर साहू ने ग्रामवासियों से अपील की कि वे नशा मुक्त भारत के इस अभियान में शत-प्रतिशत भागीदारी सुनिश्चित करें। उनका कहना था कि इस प्रकार के प्रयास समाज के लिए बहुत आवश्यक हैं और इससे समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाया जा सकता है।
कार्यक्रम में अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने भी अपने विचार रखे। कॉलेज के प्राचार्य डॉ डी आर लहरे ने अपने संबोधन में एनएसएस शिविर के उद्देश्यों पर प्रकाश डाला और बताया कि इस प्रकार के कार्यक्रमों से छात्रों में सेवा, अनुशासन और नेतृत्व क्षमता का विकास होता है। उन्होंने एनएसएस के माध्यम से छात्रों के समाजिक सेवा में योगदान को सराहा और कहा कि इस प्रकार की गतिविधियां छात्रों के व्यक्तित्व को संवारने में सहायक होती हैं। उन्होंने कहा कि एनएसएस का उद्देश्य छात्रों में सेवा भावना और समाज के प्रति जिम्मेदारी का संचार करना है।
एनएसएस ईकाई के जिला संगठक एल.एस. पटेल ने स्वयंसेवकों के प्रयासों की सराहना की और उन्हें भविष्य में समाज की बेहतरी के लिए कार्य करने के लिए प्रेरित किया। सहसराम साहू, श्रीराम महिला महाविद्यालय के कार्यक्रम अधिकारी ने भी छात्रों के प्रयासों को सराहा और कहा कि नशा मुक्ति अभियान और स्वच्छता अभियान में छात्रों का योगदान प्रशंसनीय है।
इस अवसर पर संपादक गोल्डी नायक ने भी युवाओं को अपनी क्षमता को सही दिशा में प्रयोग करने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि युवा समाज की सबसे बड़ी शक्ति हैं, और उनके प्रयास समाज में नई ऊंचाइयों को छू सकते हैं।
कार्यक्रम में कई स्वयंसेवकों ने अपने अनुभव साझा किए। स्वयंसेवक राज लहरे ने कहा कि एनएसएस के माध्यम से उन्हें समाज के प्रति अपने कर्तव्यों को समझने और उसे निभाने का अवसर मिला है। विनोद खांडे और जितेंद्र साहू ने अपने अनुभवों में शिविर के दौरान सीखे गए जीवन-मूल्यों को साझा किया और कहा कि इस शिविर से उनमें अनुशासन, सेवा भावना और आत्मनिर्भरता का विकास हुआ है। स्वयंसेवक नीरज चौहान, खिलेश, हर्ष, मधु और तोषकुमारी ने भी शिविर के अपने अनुभव बताए और इसे अपने जीवन का महत्वपूर्ण अवसर बताया।
कलेक्टर साहू ने स्वयंसेवकों को उनके प्रयासों के लिए बधाई दी और इस प्रकार की गतिविधियों में सक्रिय रूप से भाग लेने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि एनएसएस जैसी गतिविधियां छात्रों को एक जिम्मेदार नागरिक बनने के लिए प्रेरित करती हैं और समाज के प्रति उनकी जिम्मेदारी को समझने में मदद करती हैं। अंत में कलेक्टर साहू ने सभी उपस्थितों का धन्यवाद किया और छात्रों को समाज सेवा में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया।
इस कार्यक्रम में कॉलेज के प्राचार्य डॉ डी आर लहरे, संपादक गोल्डी नायक, जिला संगठक एल.एस. पटेल, सहसराम साहू, पी के शर्मा, यू आर पटेल, विद्याधर प्रधान, एनएसएस अध्यक्ष देवसागर गुरु, स्वयंसेवक राज लहरे, विनोद खांडे, जितेंद्र साहू, नीरज चौहान, खिलेश, हर्ष, मधु, तोषकुमारी सहित अन्य कई स्वयंसेवक और ग्रामवासी उपस्थित थे।
इस आयोजन से न केवल छात्रों में बल्कि ग्रामवासियों में भी समाज के प्रति उनकी जिम्मेदारी को लेकर जागरूकता बढ़ी है। शिविर के इस आयोजन ने एनएसएस के उद्देश्यों को समाज में सार्थक रूप से प्रस्तुत किया है और समाज के निर्माण में युवाओं की भूमिका को महत्व दिया है।