छत्तीसगढ़
दुर्ग DURG। छत्तीसगढ़ एसीबी ने सेवानिवृत्त कर्मचारी से 10 हजार की मांग करने वाले दो अधिकारियों को रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। मामले में आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके विरुद्ध धारा 7 पीसीएक्ट 1988 के प्रावधानों के तहत कार्यवाही की जा रही है।
मिली जानकारी के अनुसार देवव्रत देवांगन, निगम सचिव के पद पर नगर पालिक निगम, रिसाली, भिलाई में पदस्थ थे। देवव्रत ने एन्टी करप्शन ब्यूरो रायपुर के कार्यालय में शिकायत की थी कि सेवानिवृत्त होने के पश्चात् भी उसका पदोन्नत पद पर वेतन निर्धारण / सत्यापन उप-संचालक, राज्य संपरीक्षा कार्यालय, दुर्ग में लंबित था, जिस वजह से उसका पेन्शन एवं अन्य देयताएं नहीं मिल पा रही थी। वह राज्य संपरीक्षा कार्यालय, दुर्ग में पदस्थ दिनेश कुमार, उप संचालक (संपरीक्षा), एवं होमन कुमार, सहायक संपरीक्षक से कई बार मिला किन्तु उनके द्वारा सत्यापन नहीं किया जा रहा था और सत्यापन के एवज में 10,000 रूपये की रिश्वत मांगी जा रही थी। देवव्रत रिश्वत नहीं देना चाहता था इसलिए उसने रिश्वतखोर अधिकारियों को रंगे हाथों पकड़वाने की योजना बनाई और अधिकारियों से सत्यापन के दौरान 6000 रूपये ले लेने की अपील की जिसपर अधिकारी सहमत हो गए ओर बुधवार को योजनानुसार ट्रेप आयोजित कर राज्य संपरीक्षा कार्यालय, दुर्ग में पदस्थ आरोपी दिनेश कुमार, उप संचालक (वित्त) एवं आरोपी होमन कुमार, सहायक संपरीक्षक को 6000 रूपये रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा गया। आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके विरुद्ध धारा 7 पीसीएक्ट 1988 के प्रावधानों के तहत कार्यवाही की जा रही है।