WhatsApp became a weapon of fraud नईदिल्ली । दिल्ली पुलिस ने व्हाट्सएप के जरिए शेयर बाजार में निवेश के बहाने लोगों से 100 करोड़ रुपये ठगने के आरोप में चीनी नागरिक को गिरफ्तार किया है।चीनी नागरिक की पहचान फेंग चिनजिन के रूप में हुई है। यह गिरफ्तारी शाहदरा जिले की साइबर पुलिस ने की है।पुलिस ने बताया कि आरोपी फेंग व्हाट्सएप ग्रुप के जरिए ऑनलाइन स्टॉक ट्रेडिंग के नाम पर ठगी करता था। एक शिकायत के बाद यह कार्रवाई की गई है।
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जुलाई में शाहदरा के सुरेश कोलीचिइल अच्युतन ने साइबर प्रकोष्ठ में ऑनलाइन शिकायत दर्ज कराई की कि उनसे शेयर बाजार प्रशिक्षण सत्रों के रूप में 43.5 लाख रुपये का निवेश करने के लिए धोखा दिया गया।मामले में एक टीम गठित की गई, जिसमें पता चला कि आरोपियों द्वारा नियंत्रित कई बैंक खातों में धनराशि स्थानांतरित की गई थी।जांच में पता चला कि धोखाधड़ी की रकम मुंडका में महालक्ष्मी ट्रेडर्स के नाम से पंजीकृत बैंक खाते में जमा है।
इसके बाद पुलिस ने कॉल रिकॉर्ड और बैंकिंग डेटा के तकनीकी विश्लेषण के जरिए फेंक की जो सफदरजंग एन्क्लेव में रह रहा था।पुलिस ने उसके पास से मोबाइल फोन, लैपटॉप समेत अन्य सामान जब्त किया है। उसके पास से मिले व्हाट्सएप चैट से पता चला कि वह अपने सहयोगियों को भी धोखाधड़ी के लिए निर्देशित कर रहा था।पुलिस को धनराशि के स्थानांतरण के भी सबूत मिले हैं। मामले में आगे की जांच की जा रही है।
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पुलिस ने बताया कि जांच में फेंक का नाम आंध्र प्रदेश और उत्तर प्रदेश में साइबर अपराध और मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़े 2 अन्य मामलों में भी सामने आया है।साइबर अपराध पोर्टल पर दर्ज 17 अतिरिक्त शिकायतें भी पुलिस को मिलीं है, जो सभी एक ही फिनकेयर बैंक खाते से जुड़ी थीं। इससे करीब 100 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी का अनुमान लगाया गया है।पुलिस मामले में फेंग के गिरोह से जुड़े अन्य लोगों को तलाश रही है।
फेंग अप्रैल 2020 में आंध्र प्रदेश में एक कंपनी के वीजा पर भारत आया था। उस समय आंध्र पुलिस ने उसकी गिरफ्तारी की, तब उसका वीजा वैध था। पुलिस ने उसका पासपोर्ट और वीजा दोनों जब्त कर लिए थे। अब उसके पास कोई दस्तावेज नहीं।