Damrua

संजय मिरी का डोलोमाइट खनन साम्राज्य: प्रशासन की नाकामी या मिलीभगत?

बोदा मुड़ा में बेखौफ चल रहा अवैध खनन, शासन को लाखों का नुकसान

सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिले के बोदा मुड़ा इलाके में संजय मिरी का डोलोमाइट खनन का गोरखधंधा खुलेआम फल-फूल रहा है। पोकलेन और जेसीबी मशीनों के जरिए हर दिन 100 से 150 ट्रैक्टर पत्थर निकालकर कटंगपाली के विभिन्न क्रशरों में भेजे जा रहे हैं। ये पूरा कारोबार बिना किसी रॉयल्टी के चल रहा है, जिससे शासन को हर महीने लाखों के राजस्व की चपत लग रही है।

सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि जब इस अवैध खनन की शिकायत खनिज विभाग के माइनिंग इंस्पेक्टर दीपक पटेल से की गई, तो उन्होंने केवल आश्वासन देकर अपना पल्ला झाड़ लिया। कई बार जानकारी देने के बावजूद उन्होंने न तो निरीक्षण किया और न ही कोई कार्रवाई की। अब डमरुआ के प्रतिनिधि ने इस पूरे मामले को खनिज विभाग के बड़े अधिकारी बजरंग पैकरा और सारंगढ़ एसडीएम, IAS प्रखर चंद्राकर तक पहुंचाया है। दोनों अफसरों ने जांच कर उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया है, लेकिन सवाल यह है कि यह कार्रवाई कब होगी और क्या यह सिर्फ एक और दिखावटी वादा बनकर रह जाएगा?

मीडिया को भी खरीदने की कोशिश!

संजय मिरी का रसूख इतना मजबूत है कि उसने कुछ मीडिया संस्थानों को भी अपने प्रभाव में लेने की कोशिश की। सूत्रों के मुताबिक, उसने अपने खास लोगों के जरिए न्यूज़ न चलाने के एवज में पैसे का लालच तक दिया, ताकि यह मामला सार्वजनिक न हो सके।

हजारों टन डोलोमाइट का गोरखधंधा!

बताया जा रहा है कि बीते तीन महीनों में संजय मिरी ने हजारों टन डोलोमाइट अवैध रूप से खनन कर क्रशरों में सप्लाई कर दिया है। यह स्पष्ट रूप से जांच का विषय है, लेकिन अगर प्रशासन ने जल्द कार्रवाई नहीं की, तो आने वाले दिनों में यह नेटवर्क और भी मजबूत हो सकता है।

अब देखने वाली बात होगी कि क्या IAS प्रखर चंद्राकर और बजरंग पैकरा इस अवैध खनन पर सख्त कदम उठाते हैं या फिर यह मामला भी अन्य फाइलों की तरह धूल चाटने के लिए छोड़ दिया जाएगा? क्या प्रशासन संजय मिरी की जड़ें काट पाएगा, या फिर यह माफिया यूं ही बेखौफ खनन करता रहेगा?

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