सारंगढ़ डेस्क।।कटंगपाली में बिजली विभाग की लापरवाही से जनता का गुस्सा बढ़ता जा रहा है। बिना किसी पूर्व सूचना के घंटों बिजली गुल हो रही है, जिससे ग्रामीणों की मुश्किलें बढ़ गई हैं। मौसम विभाग के अनुसार इस साल भीषण गर्मी पड़ने वाली है, और ऐसे समय में जब गर्मी की शुरुआत भी नहीं हुई, तब ही अघोषित बिजली कटौती हो रही है—तो आगे हालात कितने खराब होंगे, इसका अंदाजा लगाया जा सकता है।
बिजली विभाग का दोहरा खेल: सप्लाई नहीं, मगर वसूली जरूर!
बिजली विभाग की कार्यशैली से उपभोक्ता बेहद नाराज हैं। एक तरफ विभाग सही तरीके से बिजली आपूर्ति नहीं कर रहा, वहीं दूसरी तरफ समय पर बिल थमा देता है और साथ ही यह धमकी भी देता है कि अगर समय पर बिल जमा नहीं किया तो कनेक्शन काट दिया जाएगा। अब सवाल यह है कि जब विभाग अपनी जिम्मेदारी पूरी नहीं कर रहा, तो उपभोक्ताओं पर जबरदस्ती की यह पाबंदी क्यों?
गांव के निवासीयो का कहना है—
“हम डर के मारे समय पर बिल तो जमा कर देते हैं, लेकिन क्या हमें समय पर बिजली मिलती है? यह दोहरी नीति आखिर कब तक चलेगी?”
मेंटेनेंस के नाम पर सालभर कटौती, उपभोक्ता परेशान
बिजली विभाग का सबसे बड़ा बहाना होता है “मेंटेनेंस”। किसी भी दिन, किसी भी समय विभाग मनमाने ढंग से बिजली काट देता है और इसे मेंटेनेंस का नाम दे देता है। लेकिन हकीकत यह है कि उपभोक्ता इस झूठे बहाने से तंग आ चुके हैं।
गांव के एक और ग्रामीण ने गुस्से में कहा—
“रोज-रोज मेंटेनेंस के नाम पर बिजली कटती है, मगर सुधार कुछ नहीं होता। अगर हर बार मेंटेनेंस ही हो रहा होता, तो अब तक गांव में बिजली की कोई समस्या नहीं होनी चाहिए थी!”
नव निर्वाचित सरपंच से उम्मीदें बढ़ीं, अब होगा बिजली विभाग का घेराव?
गांव के लोगों की नजर अब नव निर्वाचित सरपंच पुष्पा दाता मिरी पर टिकी है। ग्रामीणों को उम्मीद है कि वे इस मुद्दे को प्राथमिकता से उठाकर बिजली विभाग से जवाबदेही तय कराएंगी। यदि जल्द ही कोई ठोस समाधान नहीं निकला, तो ग्रामीणों का आक्रोश बढ़ सकता है और वे विभाग के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने को मजबूर हो सकते हैं।
अब सवाल यह है कि—
क्या बिजली विभाग सुधरने के लिए तैयार है, या फिर जनता को सख्त कदम उठाने पड़ेंगे?
बिजली कटौती से जूझते उपभोक्ता आखिर कब तक इस अत्याचार को सहेंगे?
क्या गर्मी के मौसम में बिजली विभाग अपनी मनमानी से बाज आएगा, या फिर उपभोक्ता इस परेशानी से जूझते रहेंगे?
अगर जल्द ही इस समस्या का समाधान नहीं हुआ, तो कटंगपाली के लोग बिजली विभाग के खिलाफ एक बड़ा आंदोलन खड़ा कर सकते हैं। अब देखना यह है कि विभाग खुद सुधरता है या फिर जनता को ही इसे सुधारने के लिए मजबूर होना पड़ेगा?
