हफ्तेभर बाद भी नहीं मिला सुराग, लोगों में आक्रोश
दंतेवाड़ा dantewada। 6 माह के मासूम के अपहरण मामले को लेकर आदिवासी समाज ने शनिवार जिला बंद कराया है. इसके समर्थन में व्यापारियों ने अपनी दुकानें बंद रखी है. बता दें कि एक सितंबर को पोंदूम गांव से मासूम का अपहरण हुआ है. इस मामले में अब तक पुलिस को कोई सुराग नहीं मिला है. इस घटना को लेकर आदिवासी समाज में आक्रोश है.
इससे पहले सर्व मूल बस्तरिया समाज ने जिला मुख्यालय में एक दिवसीय धरना प्रदर्शन किया था. समाज ने पुलिस प्रशासन से जल्द अपहरणकर्ताओं की गिरफ्तारी की मांग की थी. बता दें कि बीते रविवार शाम 4 बजे पोदुम गांव में दो बाइक सवार 6 माह के बच्चे को लेकर भाग गए. बच्चे के परिजनों ने रविवार शाम ही ग्रामीणों के साथ कोतवाली थाना पहुंचकर घटना की शिकायत दर्ज करवाई. इस मामले को अब एक हफ्ते पूरे होने को है, लेकिन पुलिस प्रशासन अब तक आरोपियों को नहीं ढूंढ पाई है और न ही बच्चे का कोई पता चल सका है.
इस मामले को लेकर दंतेवाड़ा पुलिस ने कहा कि आरोपियों की पतासाजी की जा रही है. पुलिस को कुछ सुराग मिले हैं. अपहरणकर्ता बच्चे को लेकर मेंडोली कावडग़ांव होते हुए बास्तानार जगदलपुर की ओर निकलने की आशंका है. जगदलपुर पुलिस को भी इनफॉर्म कर दिया गया है. संयुक्त रूप से कार्रवाई कर आरोपियों को जल्द पकडऩे की कोशिश की जा रही है.
ऐसे हुआ बच्चे का अपहरण
पोंडुम के रहने वाले हिड़मू का बाजार के पास सड़क किनारे घर है. वह अपने बच्चे को झूला में लेटाया था. पत्नी घर के अंदर धान कूट रही थी, साथ ही दो और बच्चे खेल रहे थे. इसी दौरान दो बाइक सवार आए और हिड़मू को सौ रुपए देकर बोले- शराब लेकर आओ. हिड़मू ने अपने दोनों बच्चों से कहा, झूला झूलाते रहना अपने छोटे भाई को और शराब लेने चला गया, लेकिन हिड़मू के कुछ दूर निकलते ही बाइक सवार बच्चे को झूले से उठाकर ले भागे. इस घटना के बाद परिजनों ने घर-घर जाकर पूछताछ की, लेकिन अपहरणकर्ताओं का कहीं पता नहीं चला. इसके बाद परिजनों ने ग्रामीणों के साथ पुलिस में अपहरण की शिकायत दर्ज कराई।