मंडी : अगर आप भी घर बैठे पैसा कमाने के लालच में आकर अपना अलग से बैंक अकाउंट खुलवा चुके हैं या फिर खुलवाने जा रहे हैं तो फिर सावधान हो जाईए। वैसे घर बैठे आपको पैसे तो जरूर मिलेंगे लेकिन जल्द ही पुलिस हिसारत में भी जाना पड़ सकता है। घर बैठे पैसा कमाने के लालच में आप जो दूसरा बैंक अकाउंट खुलवा चुके हैं या फिर खुलवाने जा रहे हैं उससे लाखों की ठगी का लेन-देन किया जाता है।
हिमाचल प्रदेश के 400 से ज्यादा लोग इस बहकावे में आकर अपना अलग से अकाउंट खुलवा चुके हैं और उससे सैंकड़ों करोड़ का लेन-देन हो चुका है। अधिकतर खाते ऐसे हैं जिनसे 50 लाख से भी अधिक की भारी-भरकम राशि की ट्रांजेक्शन हुई हैं। इन सभी अकाउंट को देश के विभिन्न राज्यों की पुलिस ने फ्रीज करवा दिया है। इन सभी अकाउंट की जानकारी हिमाचल प्रदेश साइबर क्राइम पुलिस को आ चुकी है और जिन-जिन राज्यों ने इन अकाउंट को फ्रीज करवाया गया है वहां की पुलिस अब यहां आकर इनकी जांच पड़ताल भी कर रही है। साइबर क्राइम पुलिस मंडी रेंज के एएसपी मनमोहन शर्मा ने इसकी पुष्टि की है। उन्होंने लोगों से ऑनलाइन फ्रॉड से बचने और इस तरह के बहकावे में न आने की अपील की है।
शातिरों द्वारा सोशल मीडिया या वेब मीडिया के अन्य प्लेटफॉर्म पर इस तरह के विज्ञापन चलाए जाते हैं जिसमें घर बैठे पैसा कमाने का प्रलोभन दिया जाता है। लोग जब इन से संपर्क करते हैं तो यह लोगों को कुछ छोटे-मोटे टास्क देते हैं जिससे लोगों को लगता है कि यह तो बहुत ही आसान तरीका है घर बैठे पैसा कमाने का। लेकिन इसके बदले वे आपको अलग से बैंक खाता खोलने को कहते हैं। इस अकाउंट में अपना मोबाइल नंबर रजिस्टर करवाकर आपसे इसका एटीएम और ऑनलाईन पासवर्ड भी अपने पास मंगवा लेते हैं। आपकी कमीशन आपके पुराने खाते में ही आती रहती है और आप सोचते हैं कि घर बैठे बढ़िया कमाई चली हुई है। लेकिन आपको यह मालूम नहीं होता कि जो अकाउंट आपने खुलवाकर उनके हवाले कर दिया है उससे वो ठगी का लाखों का गैरकानूनी लेन-देन करते हैं।
जब भी किसी व्यक्ति के बैंक खाते में कोई भी बड़ा लेन-देन होता है, तो उसे लेकर संबंधित बैंक की शाखा अलर्ट हो जाती है। बैंक द्वारा उपभोक्ता से उस लेन-देन को लेकर संपर्क किया जाता है। जब यह लेन-देन संदेहास्पद लगता है तो इसकी जानकारी साइबर क्राइम को दी जाती है जिसके बाद खाते को फ्रीज कर दिया जाता है। ऐसे ही 400 से ज्यादा खाते हिमाचल प्रदेश के लोगों के फ्रीज किए गए हैं। अब पुलिस इन सभी की जांच पड़ताल कर रही है तो उसमें अधिकतर से यही बात सामने आई है कि वे घर बैठे पैसा कमाने का काम कर रहे हैं और उसी के तहत इन्होंने अलग से बैंक खाता खोला है।
साइबर क्राइम पुलिस के सहायक पुलिस अधीक्षक मनमोहन शर्मा ने लोगों से अपील की है कि वे इस तरह के किसी भी झांसे में आकर कोई भी गलत कदम न उठाएं जिससे उन्हें भविष्य में परेशानी झेलनी पड़े। बहुत से सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म या वेबसाइट्स पर इस तरह के भ्रामक विज्ञापन देखने को मिलते हैं और उनपर विश्वास न करें। यदि आपको लगता कि आपके साथ कहीं कुछ गलत हो रहा है तो तुरंत पुलिस से संपर्क करें, ताकि आप किसी बड़ी धोखाधड़ी या फिर अपराध का शिकार होने से बच सकें।