
रायपुर/ तीजा उत्सव के अवसर पर श्रेया ग्रामीण विकास एवं सांस्कृतिक संस्थान रायपुर द्वारा संस्कृति विभाग छत्तीसगढ़ शासन के सहयोग से चंदखुरी में सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें विभिन्न प्रकार के आयोजन अलग-अलग प्रस्तुतियां भजन, गायन, राउत नाचा एवं लोकमंच की प्रस्तुति दी गई। कार्यक्रम में ग्रामीण महिलाओं को मेहंदी लगाने, बच्चों बालक एवं बालिकाओं के बीच मिट्टी से बनी नादिया बैला दौड़ एवं जाता पिसने, पोरा में ठेठरी- खुरमी भरकर चढ़ाने का आयोजन किया गया। तीजा उत्सव पर विभिन्न कार्यक्रम लोक संस्कृति के साथ जोड़कर प्रदर्शित किया गया जिसमें ग्रामवासी बढ़ चढ़कर भाग लिए। रात्रि कालीन सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन संस्कृति विभाग छत्तीसगढ़ शासन के सहयोग से किया गया जिसमें कलाकारों द्वारा छत्तीसगढ़ की समृद्धशाली पारंपरिक लोकगीत संगीत नृत्य के साथ भावपूर्ण प्रस्तुति दी गई।
इस अवसर पर संस्थान के संयोजक रोहित साहू ने बताया कि हमारा प्रयास छत्तीसगढ़ की लोक कला संस्कृति को बहुत ही मनोरंजक ढंग से भावपूर्ण प्रदर्शन देने का रहता है जिसके अंतर्गत विभिन्न तीज त्यौहार, संस्कार, खेल कूद रिवाज खेती किसानी के गीत राउत नाचा, पंथी, सुआ, ददरिया, करमा, गीत नृत्य की प्रस्तुति रहता है। कार्यक्रम में उपस्थित दर्शको के समक्ष अपने बातों को रखते हुए श्रेया ग्रामीण विकास एवं सांस्कृतिक संस्थान के सचिव कमल निषाद ने बताया कि हमारा यह प्रयास छत्तीसगढ़ शासन संस्कृति विभाग के सहयोग से ग्रामीण जनों को प्रोत्साहित करने एवं कला संस्कृति के माध्यम से ज्ञानवर्धक मनोरंजन करना है।
कार्यक्रम में चंद्रखुरी के पार्षद घसीया राम वर्मा ने भरपूर सराहना की एवं भूरी भूरी प्रशंसा करते हुए कहा कि इस प्रकार का आयोजन लगातार होते रहना चाहिए हम संस्कृति विभाग छत्तीसगढ़ शासन एवं श्रेया ग्रामीण विकास एवं सांस्कृतिक संस्थान रायपुर को धन्यवाद देते हैं।