
डमरुआ न्युज/ सिक्किम के मंगन जिले की लोनाक झील के कुछ हिस्सों में ग्लेशियल लेक आउटबर्स्ट फ्लड के कारण तीस्ता नदी के निचले हिस्से में बहुत तेजी से जल स्तर में वृद्धि हुई थी. अभी तक यहां 14 लोगों की मौत हो चुकी है. इस आपदा से मंगन, गंगटोक, पाकयोंग और नामची जिलों में बड़ा नुकसान पहुंचा है. उत्तरी सिक्किम में ल्होनक झील के कुछ हिस्सों में झील के फटने से पानी का स्तर 15 मीटर तक बढ़ गया.
सिक्किम में आई प्राकृतिक आपदा में अभी तक 14 लोगों की मौत हो गई है और 102 लोग लापता बताए जा रहे हैं. लापता लोगों में 22 सैन्यकर्मी भी हैं. एक सैनिक जिसे रेस्क्यू किया गया था उसका इलाज जारी है और उसकी हालत स्थिर बताई जा रही है. इस आपदा में 20 हजार लोग प्रभावित हुए हैं. तीस्ता नदी में पश्चिम बंगाल तक सर्च ऑपरेशन जारी है.
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सिक्किम में अचानक आई बाढ़ के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी
पूर्वी सिक्किम के लिए सेना हेल्पलाइन- 8756991895
उत्तरी सिक्किम के लिए सेना का हेल्पलाइन नंबर- 8750887741
23 लापता व्यक्तियों के लिए सेना की हेल्पलाइन – 7588302011
तीस्ता नदी में तेजी से बढ़ा था पानी
बता दें कि, सिक्किम के मंगन जिले की लोनाक झील के कुछ हिस्सों में ग्लेशियल लेक आउटबर्स्ट फ्लड के कारण तीस्ता नदी के निचले हिस्से में बहुत तेजी से जल स्तर में वृद्धि हुई थी. इससे मंगन, गंगटोक, पाकयोंग और नामची जिलों में बड़ा नुकसान पहुंचा है. उत्तरी सिक्किम में ल्होनक झील के कुछ हिस्सों में झील के फटने से पानी का स्तर लगभग 15 मीटर/सेकंड के उच्च वेग के साथ बढ़ गया था
22 सैन्यकर्मी हुए थे लापता
इसी आपदा के बाद, जिले में 23 सैन्यकर्मी लापता हो गए थे. इनमें से एक को बचा लिया गया है. अचानक आई बाढ़ से आठ लोगों की मौत हो गई है, जबकि अब भी 22 सैन्यकर्मी समेत 48 लोग लापता हैं. अधिकारियों ने बताया कि, तीन लोग उत्तरी बंगाल में बह गए. बाढ़ मंगलवार देर रात करीब डेढ़ बजे आई. .गंगटोक के उप जिला मजिस्ट्रेट (एसडीएम) महेंद्र छेत्री ने बताया, “गोलिटार और सिंगताम क्षेत्र से पांच शव बरामद किए गए हैं.”