
डमरुआ न्युज/ राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और तेलंगाना समेत पांच राज्यों के चुनाव कार्यक्रम का ऐलान हो चुका है. पांचों राज्यों में कहीं एक, कहीं दो चरण में वोट डाले जाएंगे. मतदान की तारीखें अलग-अलग हैं लेकिन नतीजों की तारीख एक. पांचो राज्यों के चुनाव नतीजे 3 दिसंबर को आने हैं. चुनाव के लिए तारीखों के ऐलान के साथ ही चुनावी राज्यों में सियासी हलचल तेज हो गई है.
भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और कांग्रेस जैसी पार्टियां चुनाव कार्यक्रम के ऐलान से बहुत पहले से ही मैदान में उतर चुकी हैं. बड़े नेताओं की रैलियां हो रही हैं तो यात्राओं के जरिए भी सियासत साधने की कवायदें भी. बीजेपी राजस्थान और छत्तीसगढ़ में जनाक्रोश और परिवर्तन यात्राएं निकाल चुकी है. मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की जन आशीर्वाद यात्राओं के जरिए भी पार्टी जनता के बीच पहुंचकर आशीर्वाद मांग चुकी है. इन सबसे हटकर बात करें तो बीजेपी अपने सबसे बड़े चेहरे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी प्रचार के मैदान में पहले ही उतार चुकी है.
बीजेपी की पहचान हमेशा चुनावी मोड में रहने वाली पार्टी के रूप में रही है लेकिन पांच राज्यों के चुनाव में पार्टी इतनी एक्टिव है कि प्रचार के मोर्चे पर अपने ट्रंप कार्ड को पहले ही आगे कर दिया है. 14 सितंबर से 5 अक्टूबर के बीच प्रधानमंत्री मोदी की राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में तीन-तीन रैलियां हो चुकी हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तेलंगाना भी एक जनसभा को संबोधित कर चुके हैं. पीएम मोदी ने राजस्थान के जोधपुर की रैली में फिल्म वैक्सीन वॉर का जिक्र कर भी कांग्रेस को घेरा. उन्होंने कहा था कि कांग्रेस को मेड इन इंडिया से भी दिक्कत है. प्रधानमंत्री इन चुनावी राज्यों में किन मुद्दों पर वोट मांग मांग रहे हैं?
पीएम मोदी ने सनातन का मुद्दा राजस्थान से लेकर छत्तीसगढ़ तक भी उठाया. पीएम मोदी ने 14 सितंबर को छत्तीसगढ़ के रायगढ़ की जनसभा में कहा कि इंडी (इंडिया) गठबंधन ने सनातन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. 25 सितंबर को राजस्थान के जयपुर में पीएम मोदी की रैली हुई और उन्होंने यहां भी सनातन के मुद्दे पर कांग्रेस को घेरा. उन्होंने कहा कि ये सनातन को खंड-खंड करना चाहते हैं. राजस्थान घमंडिया गठबंधन को इस चुनाव में ही नहीं, हर चुनाव में सबक सिखाएगा.
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महिला आरक्षण
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राजस्थान से लेकर मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ तक महिला आरक्षण बिल के जरिए कांग्रेस को घेरा. पीएम मोदी ने जयपुर की रैली में कांग्रेस और उसके गठबंधन सहयोगियों को महिला आरक्षण का विरोधी बताया और कहा कि विपक्ष ने दबाव में इस बिल का समर्थन किया. पीएम ने मध्य प्रदेशसे लेकर छत्तीसगढ़ तक कांग्रेस और अन्य विपक्षी पार्टियों के मजबूरी में समर्थन करने का दावा किया और कहा कि ये बीजेपी के पक्ष में मतदान की वजह से संसद से पारित हो सका है.