
डमरुआन्यूज़ /रायगढ़ । पूर्व के एक संगीन मामले में आरोपी जिला कांग्रेस उपाध्यक्ष बिज्जू ठाकुर के विरुद्ध 30 सितंबर को रायगढ़ न्यायालय में गवाही होनी थी ऐसे में गवाही के ठीक 1 दिन पहले गवाह का अपहरण कर लिया गया, इतना ही नहीं बल्कि जिला कांग्रेस उपाध्यक्ष सहित चार आरोपियों ने उस गवाह से बुरी तरह मारपीट करते हुए उसकी हत्या का प्रयास भी किया. पीड़ित पक्ष की ऐसी शिकायत पर कोतवाली पुलिस ने कांग्रेस के जिला उपाध्यक्ष और उसके भतीजे सहित 7 लोगों पर हत्या का प्रयास अपहरण और बलवा का मामला तो दर्ज कर लिया है, लेकिन यह मामला और रायगढ़ पुलिस की भूमिका कई मायनों में बेहद हैरान करने वाला है. पहली हैरानी यह है कि पुलिस के रिकॉर्ड में साल भर से ज्यादा समय से जो लोग ऐसे ही संगीन मामलों में फरार हैं वो लोग अपहरण हत्या का प्रयास और बलवा जैसे अपराध को दोबारा या यूं कहें कि बार-बार सरे राह बीच शहर में अंजाम दे रहे हैं. यद्यपि पुलिस ने पीड़ित पक्ष की ओर से घेराव और प्रदर्शन करने के बाद उक्त आरोपियों पर मामला तो दर्ज कर लिया है लेकिन राजनीतिक गुंडा तत्वों की ये खबरें मीडिया के कवरेज से गायब रहे इसलिए ना तो इस FIR को ऑनलाइन शो किया गया और ना हीं इस FIR और घटनाक्रम की खबर मीडिया को दी गई. हैरानी यह भी है कि इस मामले के छह आरोपियों में से तीन की गिरफ्तारी कर ली गई है जबकि मुख्य आरोपियों की गिरफ्तारी न तो पूर्व के मामले में की गई और ना ही इस मामले में की गई है. जाहिर सी बात है कि पुलिस उस मुख्य आरोपी को बचा रही थी और अब भी बचा रही है. हैरानी यह भी है कि पूरी वारदात बीच शहर में खुलेआम होती रही और खाकी अपने डंडो को तेल पिलाने की जगह सफेद पोशों के तेल लगाने में व्यस्त रही. इस पूरे घटनाक्रम से पूरे शहर में दहशत का माहौल है, यह दहशत का माहौल तब से और भी ज्यादा है, जब से शहर वासियों को यह पता चला है कि रायगढ़ विधायक के करीबियों की ओर से शहर के भीतर कितनी भी गुंडागर्दी और खून खराबा कर लिया जाए तो भी पुलिस ऐसे राजनीतिक अपराधियों का बाल भी बांका नहीं कर सकती है. गुंडा तत्वों का जो गुट इस प्रकरण में शामिल है, उस गुट के कई सदस्यों पर ऐसे और भी न जाने कितने संगीन अपराध दर्ज हैं , और पुलिस के रिकॉर्ड में उन्हें फरार बता कर पुलिस के कुछ अधिकारी उनका स्वागत और अपना स्वागत भेंट करवाते गाहे बगाहे नजर आ जाते हैं.
तीन दिन बाद पुलिस ने तीन आरोपियों को किया गिरफ्तार, मुख्य आरोपी को फिर बताया फरार
29 सितंबर की रात सत्तीगुड़ी चौक पर कुछ युवकों द्वारा एक युवक के साथ मारपीट का फोटो, वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था । घटना को लेकर दूसरे दिन प्रार्थी/आहत अजय दास मानिकपुरी पिता जगत दास उम्र 23 साल निवासी कोतरारोड कल्लू पान ठेला के पास थाना कोतवाली रायगढ़ द्वारा रिपोर्ट दर्ज कराया की 29 सितंबर के शाम अपने मोहल्ले का गणेश विसर्जन करने विजयपुर जा रहा था जो गांधी पुतला के पास से अकेले पैदल लौटकर वापस घर आने लगा, रात्रि करीब 9:30 बजे सत्तीगुडी चौक के पास रुककर अजय अपने भाई विनोद महंत को लेने सत्तीगुडी चौक बुलाया , उसी समय सत्तीगुडी चौक पर वास्तव ठाकुर, सागर विश्वकर्मा और उसके साथियों के साथ वहां पहुंचे ।
वास्तव ठाकुर ने अजय दास को उसके मोटर सायकल में बैठकर साथ चलने बोला । अजय के मना करने पर सभी एक राय होकर अजय को गाली गलौज करते मारपीट कर मोटर सायकल में जबरन बिठाकर अष्टभुजी मंदिर के पास बने क्लब में ले जाकर बिज्जू ठाकुर के साथ हत्या करने की नियत से हाथ मुक्का डंडा राड से मारपीट कर चोंट पहुंचाये । आहत के रिपोर्ट पर आरोपियों के विरुद्ध अपहरण, हत्या का प्रयास, बलवा की सुसंगत धाराओं में अपाध दर्ज कर आरोपियों की पतासाजी किया गया । आरोपी गिरफ्तारी के डर से फरार थे जिनकी लगातार कोतवाली पुलिस गिरफ्तारी के लिए दबिश दे रही थी जिनमें तीन आरोपियों को खरसिया क्षेत्र में देखे जाने की सूचना पर कोतवाली पुलिस की टीम द्वारा छापेमारी कर तीन आरोपी वास्तव सिंह ठाकुर, सागर विश्वकर्मा और उसके साथी अपचारी बालक को हिरासत में लिया गया । आरोपी वास्तव सिंह ठाकुर बताया कि इनके ऊपर अजय मानिकपुरी के द्वारा कोतवाली में दर्ज कराये केस में 30 सितंबर को पेशी नियत थी । आरोपियों द्वारा अजय को बयान बदलने का दबाव बनाने के लिये मारपीट किये । कोतवाली पुलिस ने आरोपी- (1) वास्तव सिंह ठाकुर पिता छबि सिंह ठाकुर 23 साल निवासी कोतरारोड राजीव नगर गली नंबर 1 दुर्गा मंदिर के पास रायगढ़ थाना कोतवाली (2) सागर विश्वकर्मा उर्फ बाबा पिता सुंदरलाल विश्वकर्मा उम्र 30 साल निवासी कोतरारोड राजीव नगर गली नंबर 1 (3) विधि के साथ संघर्षरत बालक को सक्षम न्यायालय रिमांड पर भेजा गया जहां से आरोपियों को जेल वारंट एवं नाबालिक को बाल संप्रेषण गृह भेजा गया है । आरोपी वास्तव सिंह ठाकुर पर थाना कोतवाली में मारपीट के तीन अपराध दर्ज हैं जिसमें एक हत्या का प्रयास मामला है ।
हर बार पुलिस यही कहती है और जो करती है वह सभी को पता है
एसएसपी सदानंद कुमार ने शांति व्यवस्था में खलल पैदा करने वाले तत्व किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किये जावेंगे कहकर मामले के शेष आरोपियों की शीघ पतासाजी, गिरफ्तारी के निर्देश थाना प्रभारी कोतवाली निरीक्षक शनिप रात्रे को दिया गया है, टीआई कोतवाली के नेतृत्व में टीम लगातार आरोपियों के मिलने के संभावित ठिकानों पर दबिश दे रही है ।