
डमरुआ न्यूज़ /रायगढ़। केन्द्रीय गृह मंत्री एवं पाकिस्तान, चाईना, हमाश सहित विपक्ष की नाक में दम कर देने वाले अमित शाह रायगढ़ पहंुचे और उन्होंने यहां रोड-शो कर जय-जय श्रीराम का उद्घोष किया तथा शहरवासियो की ओर से रायगढ़ विधानसभा के भाजपा प्रत्याशी ओम प्रकाश (ओपी) चौधरी ने भी रायगढ़ वासियों से ‘अमित शाह को जय श्री राम‘ के नारे लगवाकर उनका अभिवादन किया। प्रधानमंत्री मोदी के बाद दूसरे प्रतिष्ठापूर्ण नाम में अमित शाह का नाम आता है , इस लिहाज से उन्हें देखने और सुनने के लिए शहर सहित दूर-दूर से लोग आए हुए थे।
रायगढ़ पहंुच कर शाह ने इशारे ही इशारे में प्रदेश के भविष्य की तस्वीर खींच दी। उन्होंने कहा कि आप ओपी को विधायक बनाईये और इन्हें बड़ा बनाने का काम पार्टी करेगी। शाह का आशय चुनाव के बाद ओपी चौधरी को प्रदेश में कोई बड़ी और अहम जवाबदारी देने का था। उन्होंने कहा कि 2024 में मोदी के नेतृत्व में डबल इंजन (प्रदेश और केन्द्र में भाजपा) की सरकार बने इसके लिए कमल पर मुहर लगाएं। उन्होंने कांग्रेस पार्टी और प्रदेश में भूपेश की सरकार के घोटालों को भी आड़े हाथों लेते हुए उसे गोबर घोटाले की सरकार बताया।
तेजी से बन रहा परिवर्तन का माहौल
प्रदेश में तेजी से सत्ता परिवर्तन का माहौल निर्मित होता दिखाई दे रहा है, हम यह कतई नहीं कह रहे कि चुनाव में किस पार्टी की सरकार बनेगी लेकिन हां इतना जरूर है कि प्रदेश की जनता अब अपने मताधिकार को किसी भी भ्रष्टाचारी या गुण्डागर्दी करने वाले के हाथों नहीं बिकने देगी, ऐसा लोगों का कहना है।
छत्तीसगढ़ के डाक्टर और काकू सा नहीं बल्कि यूपी के योगी की तरह हो प्रदेश का मुखिया
छत्तीसगढ़ में 17 नवंबर को विधान सभा चुनाव संपन्न होने हैं, ऐसे में अधिकांश लोगों की ओर से यही कहा जा रहा है कि यदि प्रदेश में सत्ता का परिवर्तन होता है तो उन्हें छत्तीसगढ़ के डाक्टर और काकू जैसा प्रदेश का मुखिया कतई नहीं चाहिए बल्कि उन्हें यूपी के योगी आदित्यनाथ जैसा प्रदेश का नेतृत्वकर्ता चाहिए। अब छत्तीसगढ़ में भय भूख और भ्रष्टाचार के लिए व इनके पालक पोषकों के लिए कोई जगह नहीं है। इसके पीछे लोगों के बीच जो चर्चाएं चल रही हैं उनमें यह कहा जा रहा है कि 15 साल तक डाक्टर साहब और उनके लोगों व सिपहसालारों से प्रदेश की जनता त्रस्त होकर सत्ता में परिवर्तन चाहा , इसलिए उन्हें सत्ता से वंचित कर 5 साल के लिए काकू को सिंहासन सौंप दिया था । लेकिन यहां इन बीते 5 सालों में ही कोयला घोटाला, शराब घोटाला, गब्बर टैक्स, गोबर और गोठान घोटाला, सट्टा घोटाला सहित भ्रष्टाचार के एटीएम का सारा रिकार्ड ही तोड़ दिया गया, गुण्डागर्दी चरम पर आ गई। पुलिस और प्रशासन सत्ताधारियों के हाथों की कठपुतलियां बन गईं, प्रदेश की जनता निरीह प्राणी की भांति घोटालों की ऐसी ऐसी रिलीज हुई पिक्चरों को देखने को विवश हो गई और प्रदेश की जनता “महादेव” से यह मन्नत मांगने लगी कि काकू की ऐसी फिल्म इण्डस्ट्री पर शीघ्र ही ताला लग जाए। अब जाकर आखिरकार वह मौका आ गया है कि जब जनता के हाथ पांच साल बाद चुनाव आयोग ने फिर से सत्ता की चाबी थमा दी है अब भय, भूख और भ्रष्टाचार मिटाने स्वतंत्र मत का अधिकार एक बार फिर से जनता को मिल गया है, बसर्ते यह मत फिर से बिकने न पाए…..।