लोकतंत्र में जनता ही जनार्दन है, बदलाव के इस बयार में लोगो का कारवां आम आदमी पार्टी के साथ -डॉ. उज्ज्वला
काम- पेशे से डॉक्टर (स्त्री रोग विशेषज्ञ) पसंदीदा शौक - असहाय लोगों की सेवा करना, लक्ष्य- बिलासपुर को सबसे सुंदर शहर बनाना..... दीन-दुखियों और असहाय लोगों की सेवा करने मैने राजनीति में प्रवेश किया - डॉ. उज्ज्वला
बिलासपुर विधानसभा से आम आदमी पार्टी की प्रत्याशी डॉक्टर उज्ज्वला की डमरुआ न्यूज़(खबरों का तांडव) बिलासपुर से खास बातचीत
सवाल- आपने अपनी राजनीतिक पारी की शुरुआत कैसे और कब की तथा पार्टी के लिए आपने किन दायित्वों का निर्वहन किया है ?
डॉ.उज्ज्वला – मैंने अपने राजनीतिक सफर की शुरुआत उस वक्त की थी, जब देश कोरोनावायरस जैसी भीषण त्रासदी से जूझ रहा था संकट के उस दौर में जब मैंने देखा तो पाया कि लाॅक डाउन के दौरान लोगों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। त्रासदी के भीषण दौर में नाकाम सरकारी तंत्र अपनी विफलताओं को छिपाने के लिए आम जनता पर लगातार लाठियां बरसा रहा है । ऐसे में मैंने सड़क पर उतरने का फैसला लिया और घर-घर जाकर लोगों को खाद्य सामग्री और उनकी रोजमर्रा से जुड़ी तमाम चीजों को उन तक पहुंचाने का काम किया ।
इस दौरान कई बार मुझे भी पुलिस की बर्बरता का सामना करना पड़ा बावजूद इसके मैंने अपने डाॅक्टर होने का फर्ज निभाया और पुलिस की लाठियों से बिना डरे लोगों की मदद की जिसके बाद मुझे महसूस हुआ कि सही मायने में अगर हमें दीन-दुखियों और असहाय लोगों की सेवा करनी है तो मुझे राजनीति में आना चाहिए । इसके बाद मैंने बिना देर किए आम आदमी पार्टी की सदस्यता ग्रहण की और मुझ पर विश्वास करते हुए पार्टी के शीर्ष नेतृत्व ने मुझे बिलासपुर में नगर अध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी थी और अब मुझे विधायक पद के लिए भी अपना उम्मीदवार भी बनाया है।
सवाल- आप पेशे से डाॅक्टर है आपके मन में राजनीति में आने का विचार कहां से आया ?
डॉ.उज्ज्वला – देखिए मेरी पढ़ाई दिल्ली में हुई है मेरा बचपन भी दिल्ली में ही बीता सच कहूं तो राजनीति में आने का मेरा कोई इरादा नहीं था। मैं शुरू से ही डॉक्टर बनना चाहती थी, लेकिन पढ़ाई पूरी करने के बाद जब मैं बिलासपुर लौटी तो मुझे बिलासपुर में ऐसा कुछ भी नजर नहीं आया जैसा मैंने दिल्ली में देखा था इसके बाद मेरे मन में ख्याल आया कि मैं राजनीति में जाऊं।
सवाल- राजनीति में आने के लिए आपने आम आदमी पार्टी को ही क्यों चुना?
डॉ.उज्ज्वला – जी वैसे तो मैं शुरुआत से ही अरविन्द केजरीवाल सर से प्रभावित रही हूं क्योंकि उनके राजनीति में आने के बाद से देश की राजनीति में एक बड़ा बदलाव देखने को मिला है। केंद्र शासित प्रदेश होने के बाद भी दिल्ली जैसे राज्य में उन्होंने अपने काम से राजनीति के नए आयाम स्थापित किए हैं, एक बात है जो केजरीवाल जी को अन्य राजनेताओं के मुकाबले कहीं अलग खड़ा करती है । वह है युवाओं को प्रोत्साहित करना… शायद इसीलिए राजनीति में केजरीवाल सर का कोई मुकाबला नहीं है। पहले मुझे भी लगता था कि राजनीति में गंदगी बहुत है पढ़े-लिखे लोगों के लिए राजनीति में आने का कोई मतलब नहीं है लेकिन केजरीवाल जी को देखकर मुझे महसूस हुआ कि राजनीति में पढ़े-लिखे लोगों का होना भी बहुत जरूरी है क्योंकि कीचड़ को कीचड़ से साफ नहीं किया जा सकता है शायद इसीलिए केजरीवाल सर की एंट्री के बाद से काफी संख्या में देश के युवा राजनीति से जुड़ रहे हैं जो देश की राजनीति के लिए शुभ संकेत है।
सवाल – छत्तीसगढ़ राज्य जहां पर भाजपा और कांग्रेस जैसे बड़े राजनीतिक दलों की जड़ें काफी मजबूत हैं । ऐसे में 2023 के विधानसभा चुनावों में आम आदमी पार्टी इन चुनौतियों को कैसे पार लगा पाएगी?
डॉ.उज्ज्वला – देखिए, लोकतंत्र में जनता ही जनार्दन है। दिल्ली में पिछले दस सालों से हमारी सरकार है जो आम आदमी के हितों के लिए दिन-रात मेहनत कर रही है। दिल्ली के बाद पंजाब में आम आदमी पार्टी ने अभूतपूर्व सफलता प्राप्त की है जहां हमारी पार्टी ने कांग्रेस को धूल चटाई, पार्टी ने जहां दिल्ली के एमसीडी चुनावों में पिछले पंद्रह सालों से जमी भारतीय जनता पार्टी को उखाड़ फेंकने में सफलता हासिल की है तो वहीं मोदीजी के गढ़ गुजरात के विधानसभा चुनावों में भी आम आदमी पार्टी ने अपनी जोरदार उपस्थिति दर्ज कराई है। बदलाव के इस दौर में वक्त के साथ आम आदमी पार्टी के साथ लोग जुड़ते जा रहे हैं। 2023 में हम छत्तीसगढ़ में भी आम आदमी की सरकार बनाएंगे।
सवाल – बिलासपुर विधानसभा में पिछले कई वर्षो तक पहले भाजपा फिर कांग्रेस के विधायक रहे और अब आपने तीसरे सशक्त मोर्चे के रूप में दावेदारी पेश की है, आपका विजन क्या है?
डॉ.उज्ज्वला – जी! इस बार आम आदमी पार्टी की बारी है। हम लोग साहूकार नही है, सेठ नही है। ना ही पहले से सत्ता में रहे हुए लोग है। लोगों से मिलकर एक एक घर जाकर बता रहे है कि देखिए आपने क्या पाया – क्या खोया! शहर विकास का इस बार एक मौका हमे दीजिए। हमारे शहर विधायक ने बहुत विकास किया । शहर में विकास नही किया। सिर्फ अपना विकास देखने वाले नगर विधायक है। विकास अगर खुद का न करके शहर का किया होता तो आज उन्हें दौड़ने भागने की जरूरत नही होती, इस बार बदलाव जरूरी है। जनता समझ चुकी है। पूर्व मंत्री ने तो 15 वर्षो तक बिलासपुर को लुटा इस बार मौका मिलेगा तो उससे ज्यादा लूटेंगे। हमे समझ नही आता वो कहते है कि अरपा बैराज जो त्रुटिपूर्ण है, उसे सुधारेंगे। हमे यह पूछना है त्रुटिपूर्ण उनका जो नाला खोदो अभियान है, उसे कब सुधारेंगे ? और त्रुटिपूर्ण जो उनका अमृत जल मिशन योजना है, उसे कब सुधारेंगे। जिसमे सिर्फ नल लगा है, पानी आता ही नही है। अपनी त्रुटिपूर्ण कार्यो को तो पहले सुधार ले।
सवाल- अगर क्षेत्र की जनता आप पर भरोसा करती है तो सड़क से लेकर सदन तक आपकी क्या प्राथमिकताएं होंगी?
डॉ.उज्ज्वला – जी! अगर हमें जनता की सेवा करने का मौका मिलता है तो सबसे पहले हमारी प्राथमिकताएं दिल्ली की तर्ज पर बिलासपुर में भी क्षेत्र की जनता को बिजली, पानी, सड़क, शिक्षा, स्वास्थ्य जैसी रोजमर्रा की जरूरतों को ध्यान में रखकर काम किया जाएगा जिससे हमारे बिलासपुर का नाम भी छत्तीसगढ़ के साथ ही देश के चुनिंदा शहरों में शुमार हो सके।