
डमरूआ न्यूज़/ रायगढ़। बाहुबलियों के आतंक से पीड़ित परिवार अब मुख्यमंत्री से मिलकर इच्छा मृत्यु की गुहार लगाना चाहता है। हाल ही में रायगढ़ के पार्षद दंपति ने राष्ट्रपति से इच्छा मृत्यु की गुहार लगाई थी वहीं अब इसी परिवार के वयोवृद्ध सदस्य और महिला पार्षद के ससुर हेतराम साहू, 75 वर्ष सहित उनका पूरा परिवार 1 – 3 जून को रायगढ़ में मुख्यमंत्री के प्रवास के दौरान उनसे मिलेगा। इस परिवार की ओर से यह आशंका जताई गई है कि बाहुबलियों और पुलिस एवं विधायक के लोगो की ओर से उन्हें मिलने से रोका भी जा सकता है, और यदि ऐसा हुआ तो पूरे परिवार को आत्मदाह का कदम उठाना पड़ेगा।
आपको बता दें कि रायगढ़ का पार्षद दंपति बाहुबलियों की प्रताड़ना और पुलिस के दबाव पूर्ण रवैया से त्रस्त हो चुका है । दंपति का यह भी आरोप है कि उनके साथ जो भी घटनाएं हो रही हैं वह रायगढ़ विधायक प्रकाश नायक का नाम लेकर की जा रही है। ऐसे में सवाल यह उठता है कि क्या रायगढ़ में बाहुबलियों का राज है और कानून व्यवस्था चंद नेताओं की उंगलियों के इशारे पर चल रही है। बरहाल इस दंपति ने कई संगीन आरोप रायगढ़ की पुलिस व्यवस्था पर भी लगाते हुए इच्छा मृत्यु की इजाजत राष्ट्रपति से मांगी है । आपको बता दें कि इस दंपति ने हाल ही में जहर सेवन कर खुदकुशी की भी कोशिश की थी लेकिन समय रहते इलाज मिल जाने के कारण इनकी जान बच गई है, इतना सब कुछ होते हुए भी पुलिस महिला पार्षद से छेड़छाड़ एवं अपहरण की कोशिश करने वाले बाहुबलियों के ऊपर कोई कार्यवाही अब तक नहीं की है और ना ही पार्षद पति का हाथ तोड़ने वाले इन बाहुबलियों पर कोई कार्रवाई की गई है । आरोप यह है कि रायगढ़ पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी राजनीतिक दबाव में आकर सट्टा संचालक का फेवर कर रहे हैं और प्रताड़ना से तंग परिवार को रिपोर्ट वापस लेने का दबाव बनाकर उन पर उल्टा ही गंभीर धाराओं के तहत मामला दर्ज कराने की धमकी भी दे रहे हैं।
पार्षद दंपति ने राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू को लिखे पत्र में यह आपबीती बताई…
मैं कबीर चौक, नवापारा वार्ड क्र.-34, रायगढ़ (छ.ग.) रायगढ़ में निवास करती हूं, एवं रायगढ़ नगर निगम में वार्ड क्र.-34 की निर्वाचित पार्षद हूं। चुनावी रंजिश के कारण वार्ड के कुछ बाहुबलियों शैलेन्द्र साहू पिता स्व. कार्तिकराम साहू, कमलेष्वर साहू पिता स्व. कार्तिकराम साहू दोनों निवासी कबीर चौर नवापारा रायगढ़ पिछले कई महीनों से हमारे एवं हमारे परिवार के सदस्यों की जान के दुश्मन बने हुए हैं। उक्त आरोपियों की ओर से वार्ड में पिछले 7 साल से खुलेआम सट्टा खिलाया जाता है, जिसकी शिकायत पुलिस अधिकारियों से कई बार की गई परन्तु आज दिनांक तक कोई ठोस कार्यवाही नहीं हुई। दिनांक- 17/12/2022 को मैंने जब उक्त आरोपियों से सट्टा का व्यापार बंद करने के लिए कहा तो आरोपी शैलेन्द्र एवं कमलेश्वर ने मेरी पत्नी एवं बीच बचाव करने वाली रामेष्वरी साहू के साथ मारपीट की जिसकी शिकायत पर सिटी कोतवाली में अपराध क्रमांक- 1744/2022 दर्ज है। इस एफ.आई.आर. के दर्ज होने के बाद ही आरोपी शैलेन्द्र एवं कमलेश्वर साहू ने सट्टा के अपने व्यावसायिक साथी अरूण डहरिया से हम दंपति के खिलाफ 19/12/2022 को एस.सी.एस.टी. एक्ट सहित अन्य गंभीर धाराओं में झूठा मुकदमा दर्ज करवा दिया गया जिसमें पुलिस ने मुझे, मेरे पति को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।
दिनांक – 24/03/2023 को जेल से वापस आने के बाद 25/03/2023 को जब मेरे पति निरंजन साहू सेविंग कराने के लिए गए तो वहां आरोपी शैलेन्द्र साहू एवं कमलेश्वर साहू ने मिलकर मेरे पति के साथ सार्वजनिक स्थान पर ही बुरी तरह से मारपीट की , जूटमिल पुलिस ने डाक्टरी मुलाहिजा भी करवाया जिसमें मेरे पति का हाथ भी फैक्चर पाया गया। बावजूद इसके आरोपियों पर कोई कार्रवाही नहीं की गई। पुलिस की ओर से राजीनामा कर लेने में ही भलाई कहते हुए यह भी धमकी दी गई कि यदि आप लोग राजी नामा नहीं करोगे तो एक और एस.टी.एस.सी. का मुकदमा आप लोगों के उपर लगा देंगे और पूर्व की जमानत भी खारिज करा देंगे।
दिनांक – 13/05/2023 की रात्रि लगभग 10 बजे आरोपी शैलेन्द्र साहू एवं कमलेश्वर साहू अपने लगभग 15-20 साथियों के साथ बाईक पर आए और मेरे घर के बाहर ही मेरे साथ मारपीट करते हुए बुरी नियत से मुझे घसीटते हुए अपने साथ बाईक पर ले जाने के लिए जोर जबरजस्ती करने लगे। मेरी चीख पुकार सुनकर जब मेरे ससुर हेतराम साहू एवं बच्चे आकर बीच-बचाव करने लगे तब उन्हीं के सामने आरोपियों की ओर से मेरा ब्लाउज फाड़ दिया गया और साड़ी भी खींच दी गई और पूरे परिवार को बर्बाद कर देने की धमकी देते हुए आरोपी वहां से चले गए। इस घटना की रिपोर्ट तत्काल जूटमिल थाने में दी गई लेकिन पुलिस ने आज दिनांक तक न तो आरोपियों पर कोई मामला पंजीबद्ध किया और न ही आरोपियों की गिरफ्तारी की गई।
आरोपीगण पुलिस से सांठ गांठ कर मेरे एवं मेरे परिवारजनों के उपर एक ओर झूठे मुकदमें दर्ज करा रहे हैं वहीं दूसरी ओर हमारे साथ होने वाली गंभीर घटनाओं पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही है जिससे आरोपियों के हौसले बुलंद है और उनकी ओर से हमारे परिवार में भय का वातावरण निर्मित कर दिया गया है। जिससे तंग आकर हम दोनों दंपतियों ने दिनांक – 18/5/2023 को जहर का सेवन भी कर लिया ताकि बाहुबलियों के आतंक से हमें मुक्ति मिल जाए लेकिन हमें इसमें भी सफलता नहीं मिली।
मान्यवर उक्त तथ्यों को दृष्टिगत रखते हुए हम दंपतियों को इच्छा मृत्यु की अनुमति प्रदान करने की कृपा करें अन्यथा पुलिस को यह निर्देश दें कि वह निष्पक्ष रूप से उक्त शिकायतों पर संज्ञान लेते हुए आरोपियों शैलेन्द्र साहू, कमलेष्वर साहू एवं उनके साथियों पर कठोर कार्रवाई करें ताकि हम अपने परिवार के साथ भयमुक्त होकर जीवन-यापन कर सकें।
अब पूरे परिवार का यही निर्णय
इस मामले मे अब एक और नया मोड़ आ गया है, अब तक केवल पार्षद दंपति ही इच्छा मृत्यु की मांग कर रहा था, लेकिन अब मुख्यमंत्री से पीड़िता के ससुर हेतराम 74 वर्ष पूरे परिवार के लिए इच्छा मृत्यु की मांग करेंगे।