क्या सट्टा कारोबारियों के एहसानों तले दबे हैं सरिया थानेदार ? नगर पंचायत प्रतिनिधियों ने एसपी से लगाई गुहार

सरिया में बड़े पैमाने में चल रहा है सट्टे का खेल: स्वप्निल स्वर्णकार
डमरुआ/ सरिया। नया जिला बनने के बाद सारंगढ़ के लगभग सभी ब्लॉकों में जुआ और सट्टा प्रमुख व्यवसाय बन चुके हैं आलम यह है कि सरिया जैसे थाने को तो यह तक कहा जा रहा है कि यह थाना थानेदार के इशारे पर नहीं बल्कि सट्टा खाई वालों के इशारे पर चल रहा है। यही कारण है कि किसी उद्योग की तरह पूरे सरिया क्षेत्र में सट्टा खुलेआम चल रहा है और वर्दी धारियों को सट्टा संचालन केंद्रों के आस पास केवल चहल कदमी करते हुए देखा जा रहा है । सट्टा खाई वालों के न जाने किस एहसान को चुकाने के खातिर यहां की पुलिस उन पर कार्रवाई नहीं कर रही है।
सरिया थाना प्रभारी को यहां जुआ सट्टा चलते शायद नहीं दिख रहा है यही कारण है कि थाना प्रभारी के इस रवैया से तंग आकर नगर पंचायत अध्यक्ष स्वप्निल स्वर्णकार के नेतृत्व में उपाध्यक्ष सहित पार्षदों का प्रतिनिधि मंडल द्वारा सारंगढ़ – बिलाईगढ़ पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन सौंपा गया है।
नगर अध्यक्ष स्वप्निल स्वर्णकार ने कहा कि रोज पैसे की होड़ हार – जीत से प्रभावित लोग क्षेत्र में चोरी की घटना को अंजाम दे रहे है। सट्टे से प्रभावित होकर लोगों के घर बिकने की नौबत तक आ गई है। रोज पारिवारिक कलह बढ़ती जा रही है। पुलिस द्वारा छोटे-मोटे सटोरियों को पकड़कर खानापूर्ति की कार्रवाई की जाती रही है। लेकिन बड़े और रसूखदार खाईवालों के लोगों के खिलाफ आज भी सरिया पुलिस द्वारा ठोस कार्रवाई नहीं की जा रही हैं।
*नगर उपाध्यक्ष अरूण सरार्फ ने कहा* कि इन सब के ठीक विपरीत हमारे प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और पुलिस महानिदेशक ने सभी जिलों के पुलिस कप्तान को स्पष्ट रूप से आदेश दिए हैं। कड़ाई के साथ सट्टा जुआ बंद हो पर सरिया में चल रहे हैं। धड़ल्ले से जुआ और सट्टा के कारोबार ना कि पुलिस, साथ ही साथ प्रदेश में बैठी कांग्रेस सरकार की बदनामी हो रही है। जिसको लेकर पुलिस अधीक्षक के नाम ज्ञापन सौंपा है और सट़ोरियों के खिलाफ कार्यवाही करने की बात कही हैं।
ज्ञापन देने वालों में पूर्व नगर उपाध्यक्ष मोती स्वर्णकारा, पार्षद शत्रुघ्न प्रधान, पार्षद नरेश, सहित कई पार्षद उपस्थित थे।