
डमरुआ न्युज/रायगढ़- चुनाव के नजदीकी को देखते हुए छत्तीसगढ़ में सभी पार्टियों में गहमा गहमी का माहौल चल रहा है। रायगढ़ विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस बीजेपी के अलावा निर्दलीय प्रत्याशियों ने भी अपना अलग-अलग माहौल बना लिया है। निर्दलीय प्रत्याशी शंकरलाल अग्रवाल और गोपिका गुप्ता के साथ आम जनता के हुजूम को देखकर लगता है कि रायगढ़ के जनता इस चुनाव में राष्ट्रीय पार्टियों को चुनौती देने की तैयारी कर रही है। हालांकि 2018 के विधानसभा चुनाव में भी रायगढ़ विधानसभा से लगभग 50 हजार से भी अधिक मतदाताओं ने कांग्रेस और भाजपा के खिलाफ अपना मतदान किया था और जनता इस बार भी साइलेंट मोड पर है। एक और रायगढ़ की महिला प्रत्याशी गोपिका गुप्ता ग्रामीण क्षेत्रों में अपनी पैठ मजबूत करने में लगी है वहीं शंकर लाल अग्रवाल शहर एवं ग्रामीण क्षेत्र के गांव में अपना सदन जनसंपर्क कर रहे हैं।

शंकर लाल के द्वारा जनसंपर्क के दौरान बड़ी संख्या में गांव के युवा और महिलाएं कांग्रेस और भाजपा की दामन छोड़ उनके साथ पदयात्रा कर रहे हैं। निर्दलीय प्रत्याशियों को लेकर आम जनता का शुरूआती रुझान सीधे-सीधे त्रिकोणीय मुकाबले की ओर संकेत देने लगी है। रायगढ़ विधानसभा क्षेत्र कांग्रेस बीजेपी बीएसपी और आप सहित 19 प्रत्याशी चुनावी मैदान में परंतु राष्ट्रीय दलों के साथ निर्दलीय प्रत्याशी शंकर लाल अग्रवाल और गोपिका गुप्ता के नाम पर सबसे अधिक चर्चा हो रही है और फील्ड में भी यही सक्रिय नजर आ रहे हैं हालांकि यह कहना अभी जल्दबाजी होगी की रायगढ़ का सिरमौर कौन बनेगा परंतु किसी को भी कम आकना आज के समय उचित नहीं होगा फिलहाल आम जनता का रुझान तो तीसरे विकल्प की ओर बढ़ता दिखाई दे रहा है।