क्या भाजपा वाकई किसान विरोधी हैं या उन्हें कृषि की समझ ही नहीं – विनय शुक्ला
बेलतरा क्षेत्र के सक्रिय एवं सदैव किसान हितैषी कांग्रेस नेता विनय शुक्ला ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए भाजपा पर तंज कसते हुए कहा कि क्या भाजपा वाकई किसान विरोधी हैं या उन्हें कृषि की समझ ही नहीं है, प्रदेश की कांग्रेस सरकार जब भी किसान हितैषी किसी भी प्रकार की योजना लाती है, जिससे किसान खुशहाल व संपन्न हो सके, उनकी आय बढ़े किसान आगे बढ़े जिसके साथ प्रदेश की भी तरक्की हो, लेकिन किसानों के हित के लिए किये जा रहे विभिन्न प्रयासों का भारतीय जनता पार्टी ने केवल विरोध किया है।

मुकेश शर्मा, डमरुआ न्यूज़, खबरों का तांडव, बिलासपुर । चुनावी सरगर्मियां बढ़ते ही सभी राजनीतिक दलों के द्वारा एक- दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप लगाकर जनता के बीच राजनीतिक हलचल पैदा करने की कवायद लगातार जारी है, इसी कड़ी में पूर्व कैबिनेट मंत्री, छग भाजपा के मुख्य प्रवक्ता अजय चंद्राकर ने अपने ट्वीट के माध्यम से कांग्रेस सरकार पर हमला करते हुए कहा कि कांग्रेस के द्वारा “धान खरीदी की लिमिट 20 क्विंटल प्रति एकड़ करने की घोषणा कांग्रेस कार्यकर्ताओं के लिए धान तस्करी करने न्याय योजना हैं।
“अजय चंद्राकर ने कहा कि छत्तीसगढ़ में अब तक कि उत्पादकता रिपोर्ट के हिसाब से पूरे छ.ग के किसी भी जिले में 20 क्विंटल धान प्रति एकड़ नही होता मुख्यमंत्री और उनके खाद्य मंत्री बतावे कि प्रति एकड़ 20 क्विंटल धान वो कहां से लाकर खरीदेंगे। छत्तीसगढ़ में धान की न्यूनतम पैदावार 7.72 क्विंटल प्रति एकड़ और अधिकतम उत्पादन 17.58 क्विंटल प्रति एकड़ हैं! २० क्विंटल की घोषणा सिर्फ़ और सिर्फ़ राजनैतिक लॉलीपॉप है या फिर छ.ग में कांग्रेसियो के लिये “धान तस्करी न्याय योजना” (ATM) है, ताकि कांग्रेसी इससे भी अपना ख़ज़ाना भर सके।
इस बयान पर बेलतरा क्षेत्र के सक्रिय एवं सदैव किसान हितैषी कांग्रेस नेता विनय शुक्ला ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए भाजपा पर तंज कसते हुए कहा कि क्या भाजपा वाकई किसान विरोधी हैं या उन्हें कृषि की समझ ही नहीं है, प्रदेश की कांग्रेस सरकार जब भी किसान हितैषी किसी भी प्रकार की योजना लाती है, जिससे किसान खुशहाल व संपन्न हो सके, उनकी आय बढ़े किसान आगे बढ़े जिसके साथ प्रदेश की भी तरक्की हो, लेकिन किसानों के हित के लिए किये जा रहे विभिन्न प्रयासों का भारतीय जनता पार्टी ने केवल विरोध किया है।
इन योजनाओं से प्रदेश के किसान अब कितने समृद्ध होने लगे है, यह भाजपा कार्यकर्ताओं और नेताओं को नजर नहीं आता इन्हें केवल विरोध करना या झूठा आरोप लगाना आता है । किसान नेता विनय शुक्ला ने कहा कि छत्तीसगढ़ राज्य में धान बोवाई के संबंध में मैंने तीन पद्धति से धान बोवाई से उत्पादन के बारे में अलग अलग गांवों के अलग अलग किसानों से बात कर जानकारी ली।
जिसके मुताबिक छत्तीसगढ़ में खुर्रा और बाऊग पद्धति से प्रति एकड़ उपज 15 से 22 क्विंटल बताया गया, लेई, चोपी तरीके से बोवाई से उत्पादन प्रति एकड़ 17 से 23 क्विंटल बताया और रोपा पद्धति से प्रति एकड़ धान की पैदावार 20 से 28 क्विंटल बताया; जिसमें अलग अलग प्रजाति और मिट्टी के धान की पैदावार अलग अलग होता हैं। उन्होंने कहा इसके बाद अब या तो छत्तीसगढ़ के किसान झूठ बोल रहे हैं या फिर अजय चंद्राकर जी! किसान नेता शुक्ला ने छत्तीसगढ़ में जोत का मौजूदा विभाजन के बारे में बताते हुए कहा कि 0 से 5 एकड़ भूमि प्रति व्यक्ति 82% हैं, 5 से 10 एकड़ जमीन प्रति व्यक्ति 13.5% हैं और 10 एकड़ से अधिक कृषि भूमि 4.5% लोगों के पास है, यानी भूपेश बघेल सरकार की कृषि नीति से जो साढ़े तेईस लाख लाभार्थी किसान हैं उनमें सर्वाधिक संख्या लघु एवं सीमांत किसानों की है। भूपेश बघेल जिन्हें अन्नदाता मानते है उन्हें भाजपा के नेता धान तस्कर बता रहे हैं !