
डमरुआ न्यूज/बिलासपुर । आसन्न विधानसभा चुनाव में बड़ी तेजी से तीसरे शक्तिशाली मोर्चे के रूप में उभरी राजनीतिक पार्टी आम आदमी पार्टी की महिला नेत्री उज्जला कराडे ने महिला नारीशक्ति का प्रतिनिधित्व करते हुए बड़ी राजनीतिक पार्टियों के बीच अपनी चुनावी हुंकार भरी है।
आपको बता दे कि जनता के बीच जनसमर्थन जुटाने आप महिला नेत्री डा. उज्ज्वला कराडे लगातार बिलासपुर के अलग-अलग मोहल्ले, गलियों में घूम-घूमकर लोगों से जनसंपर्क कर रही है। जनता के बीच पहुंची आप महिला नेत्री बड़े उत्साह से भरपूर जनसमर्थन मिलने की बात कह रही है । अपने जनसंपर्क के दौरान उन्होंने मीडिया के माध्यम से कांग्रेस और भाजपा दल के प्रत्याशियों पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा; अभी जनसंपर्क जारी है, इस बार आम आदमी पार्टी की बारी है। हम लोग साहूकार नही है, सेठ नही है। न ही पहले से सत्ता में रहे हुए लोग है। हम लोग एक काम कर सकते है लोगों से मिलना। एक एक घर खटखटा रहे है। देखिए आपने क्या पाया क्या खोया इस बार एक मौका दीजिए।
शहर में विकास किया नही, सिर्फ अपना विकास देखने वाले है नगर विधायक
शहर विधायक शैलष पाण्डेय को लेकर कहा; उन्होंने बहुत विकास किया है। शहर में विकास नही किया। सिर्फ अपना विकास देखने वाले नगर विधायक है। वो आकर गलियों में तो घूमे सिर्फ रोड नापकर जा रहे है। गलियों में घूमे 15 मिनट रुके इतना प्रकोप है मच्छरों का उठाकर भी ले जा सकते है। विकास अगर खुद का न करके शहर का किया होता तो आज उन्हें बोलने की जरूरत नही होती जहाँ से गुजरते वहाँ से फूलों की बारिश होती। इस बार जरूरी है बदलाव जनता समझ चुकी है।
त्रुटिपूर्ण उनका जो नाला खोदो अभियान है, उसे कब सुधारेंगे ?
पूर्व मंत्री अमर अग्रवाल को लेकर आप प्रत्याशी उज्ज्वला कराडे ने कहा; 15 वर्षो तक तो लुटा इस बार मौका मिलेगा तो उससे ज्यादा लूटेंगे। हमे समझा नही आता वो कहते है अपरा बैराज जो त्रुटिपूर्ण है उसे सुधारेंगे। हमे यह पूछना है त्रुटिपूर्ण उनका जो नाला खोदो अभियान है, उसे कब सुधारेंगे? और त्रुटिपूर्ण जो उनका अमृत जल मिशन योजना है, उसे कब सुधारेंगे। जिसमे सिर्फ नल लगा है, पानी आता ही नही है। अपनी त्रुटिपूर्ण कार्यो को तो पहले सुधार ले।
चुनाव जीतने के बाद इन कार्यो को पहली प्राथमिकता देने की बात
आप प्रत्याशी उज्ज्वला कराडे ने कहा; घनी आबादी वाले क्षेत्रो में पानी की समस्या है नालियों से पाइप गुजरी हुई है। बात मोहल्ले में गंदा पानी के सप्लाई का नही है वही मलमूत्र वाला पानी पूरे शहर फैलता है, होटल में लोग उपयोग करते है, गुपचुप ठेले वाले उपयोग में लाते है, इससे गंभीर बीमारी फैलने का खतरा है। साफ सफाई जरूरी है, सिम्स जैसे बड़े अस्पताल होने से कुछ नही होता है। वहाँ सिटी स्कैन नही है, सोनोग्राफी नही है, यूसीजी नही हो सकती है। और अगर दिल की बीमारी हो गई तो फिर बस हो गया। हमारे पास कहीं ऐसी सुविधा नही है। सिम्स में कार्डियोलॉजिस्ट तो है ही नही। अगर बीमारी होती है तो बाहर जाना पड़ता है। सुविधा ऐसी होनी चाहिए कि अगर किसी को बीमारी हो जाए तो उसका इलाज हो जाए उसका घर न बिके उसका जमीन नही बिके।
शिक्षको का काम केवल विद्यार्थियों को पढ़ाना होगा
शिक्षको को केवल पढ़ाई के लिए होना चाहिए उन पर अनेक प्रकार के कार्यों का भार नही होना चाहिए आम आदमी अगर आती है तो शिक्षको का काम केवल विद्यार्थियों को पढ़ाना होगा।