सारंगढ़ डमरुआ।
बरमकेला ब्लाक के कटंगपाली के आसपास का पथरीला इलाका अवैध कारोबारियों के लिए सोने की खान साबित हो रहा है। राजनीतिक संरक्षण में खनिज माफिया बेखौफ होकर अवैध उत्खनन मनमाने ढंग से खनिज संपदा का दोहन कर रहे हैं। वहीं खदानों में लगातार खुदाई और ट्रांसपोर्टिंग से ग्रामीणों को परेशानी और नुकसान उठाना पड़ रहा। जानकारी के अनुसार ग्राम छेलपोरा,नौघटा,महुअपाली, आदि क्षेत्रों में पत्थर खदानें है।
जहां रोजाना सुबह 6 बजे से खोदाई शुरू हो जाती है। खदान मालिकों का हौसला इस कदर बुलंद है, वे छुट्टी के दिन भी खनन करने से नहीं चूकते। बीते फरवरी माह से वर्तमान में इन क्षेत्रों में अवैध खनन बदस्तूर जारी है। लेकिन क्षेत्र के खदानों में मजदूरों और अप्रशिक्षित लोगों से ही यह काम कराया जा रहा। दूसरी ओर क्षेत्र के ग्रामीण तथा पत्रकारों ने इस अवैध कार्य की शिकायत कलेक्टर एवम माइनिंग विभाग के अफसरों से कई बार कर चुके हैं, लेकिन विभागीय अफसर कहते हैं कि उनके पास समय का अभाव है। वहीं खदानों से पत्थर की निकासी कर सड़को पर फर्राटे भरती वाहनों के चलते राहगीरों के लिए परेशानियों का सबब बन गई है।
क्रेशरो में अवैध तरीके से खपाई जा रही पत्थर
कटंगपाली और आस पास के पत्थर खदानों से अवैध खनन कर यहां संचालित कुछ बड़े रशुकदारो के क्रेशरों में डोलोमाइट पत्थर खपाया जा रहा है। अवैध तरीके से पत्थर की सप्लाई दिन दहाड़े क्रेशरो में की जा रही है। हमारे विश्वसनीय सूत्रों का दावा है की हर्ष क्रेशर,रायगढ़ मिनरल,सालासर मिनरल,आर्यन मिनरल और भी चुन्नीदा क्रेशर उद्योग संचालित है जहां अवैध खदानों से खोद कर निकाली जा रही डोलोमाइट पत्थर भारी मात्रा में खपाया जाता है यही नहीं क्रेशर संचालकों के संरक्षण में स्थानीय लोग अवैध खोदाई के इस कारोबार में खूब कमाई कर रहे है जिससे शासन को लाखो के राजस्व की क्षति हो रही है जबकी खनिज माफियाओं तिजोरी भर्ती जा रही है।