
डमरुआ डेस्क / पश्चिम बंगाल में राशन घोटाला मामले में गिरफ्तार वन मंत्री ज्योतिप्रिय मल्लिक को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। यह फैसला मेडिकल बोर्ड ने लिया। इसके बाद राज्य के वन मंत्री को निजी अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया। मल्लिक को अस्पताल से बाहर निकलते देखा गया। बाद में उन्हें ईडी कार्यालय सीजीओ कॉम्प्लेक्स ले जाया गया।
ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) के अधिकारी रात सीजीओ कॉम्प्लेक्स पहुंचे। कोर्ट के आदेश के मुताबिक, मंत्री मल्लिक की 10 दिनों की ईडी हिरासत अवधि शुरू हो गई है। ज्योतिप्रिय के सीजीओ कॉम्प्लेक्स पहुंचने के कुछ ही समय बाद उनके भाई देबप्रिय मल्लिक और उनकी बेटी बेटी प्रियदर्शनी मल्लिक ईडी कार्यालय पहुंचे।
ईडी ने राशन घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले की जांच के सिलसिले में लंबी पूछताछ के बाद बीते शुक्रवार को मल्लिक को गिरफ्तार कर लिया था। इसके बाद उन्हें ईडी द्वारा जब जज के सामने पेश किया गया तो वह अदालत में बेहोश हो गए थे। बाद में टीएमसी नेता को अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। बताया गया था कि अस्पताल में मंत्री मल्लिक को उच्च ब्लड शुगर और गुर्दे की समस्या है।
बैंकशाल कोर्ट ने शुक्रवार को ज्योतिप्रिय को कमांड अस्पताल में भर्ती करने का निर्देश दिया था, लेकिन अस्पताल के अधिकारियों ने शनिवार को कोर्ट से फैसला बदलने का आग्रह किया था। उनका तर्क है कि यहां सेना के जवानों, अफसरों और उनके परिवार के सदस्यों का इलाज होता है। हालांकि, कोर्ट ने अर्जी खारिज कर दी थी।
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भ्रष्टाचार का पैसा फिल्मों में लगाने का आरोप
ज्योतिप्रिय मल्लिक की गिरफ्तारी के एक दिन बाद शनिवार को प्रवर्तन निदेशालय ने उनके पूर्व निजी सहायक अमित डे को तलब किया था। इसके बाद ईडी ने दावा किया कि मल्लिक ने भ्रष्टाचार का पैसा फिल्मों में भी लगाया था। जांच एजेंसी मल्लिक और उनके परिवार के संपत्ति कुर्क करने की तैयारी कर रही है। ईडी सूत्रों के मुताबिक 2014 में ज्योतिप्रिय के करीबी कारोबारी बाकिबुर रहमान ने एक बांग्ला फिल्म का निर्माण किया था। इसमें राज्य के पूर्व शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी की महिला मित्र अर्पिता मुखोपाध्याय ने अभिनय किया था। शिक्षक भर्ती घोटाले में पार्थ व अर्पिता दोनों जेल में हैं।
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पत्नी-बेटी के बैंक खाते भी फ्रीज