
डमरुआ न्यूज/बिलासपुर। विधानसभा चुनाव 2023 के मतदान में अब चंद दिन ही रह गए है। इस बीच लगातार मतदाताओं के समक्ष प्रत्याशी अपनी जीत के लिए जनसमर्थन जुटाने जोर शोर से लगे हुए है। जनसमर्थन पाने निकले बीजेपी प्रत्याशी पूर्व मंत्री अमर अग्रवाल ने मीडिया से कहा; बिलासपुर की जनता परेशान है संभाग का एकमात्र बडा अस्पताल बदइंतजामी का शिकार हो गया है। मालूम नही यहाँ के जन प्रतिनिधियों को कोई संकोच है या नही। और दुर्भाग्य है यह है कि लोग उसे सम्हाल नही पा रहे है। हाईकोर्ट इनकी पेशी पे पेशी कट रहा है।
जहाँ भी जाओ लोग बोल रहे है, हमारी जमीन लूट ली है। कोई बोलता है, हमारे यहाँ सड़क बिजली पानी नही है। कोई बोलता है निराश्रित पेंशन 6 माह से नही मिला है। कोई बोलता है हमारी सुनने वाला कोई नही है। मेरे को यह समझ नही आता कि बिलासपुर नेतृत्व विहीन कैसे हो गया। वास्तव में जो यहाँ के जनप्रतिनिधि है वो अकर्मण्यहींन ब्यक्ति है। और जनता बताती है कि हम समस्या लेकर जाते है तो जैसे ही जनता को देखता है रोने लग जाता है। मैं क्या कंरू? मेरी चलती नही? मेरी कोई सुनता नही।
तू काहे टिकट ले लिया भाई जब तेरी चलतीच नही
तो राजेश पाण्डेय जी एक बहुत अच्छी बात बोले कांग्रेस की मीटिंग में बोले भाई ते 5 साल रोते-रोते काट दिया मेरी चलती नही। अगर कांग्रेस की सरकार आ गई सीएम यही बनेगा फिर तेरी नही चलेगी। तू काहे टिकट ले लिया भाई जब तेरी चलतीच नही है। तू कुछ कर ही नही कर सकता। तो ऐसे जनप्रतिनिधि को देखकर बिलासपुर की जनता नेतृत्वविहीन मान रही है। विधायक नान पॉलिटिकल आदमी है अभी तक वो रजिस्ट्रार का काम किया है। और उसके ऊपर आरोप भी है क्या-क्या वो लंदफंद काम किया है। उसको यह अक्ल नही राजनीतिक बात करता है।
हम तो आइसक्रीम समझकर चुना खा गए
अगर एक बार मैं गलती करता तो दोबारा कहा से आता। दोबारा गलती करता तो तिबारा कैसे आता। अगर मैं कुछ नही किये रहता तो 20 साल तक विधायक बनता। ये जो 15 साल का हिसाब पूछ रहा है। तो बड़ी बडी बात न करे मेरा हिसाब न पूछे अपना हिसाब दे मैं तो जनता को अपना हिसाब दे ही रहा हूं। वो कौन होता है हिसाब मांगने वाला? यार 15 साल छोड़ो 5 साल की बात करो। जनता कह रही है हम तो आइसक्रीम समझकर चुना खा गए। अब और क्या प्रतिसाद बताऊँ बताओ।