
डमरुआ न्युज/ आतंकी संगठन हमास की ओर से इस्राइल पर किए गए हमले का असर पूरी दुनिया पर पड़ रहा है। जहां पश्चिमी देशों ने अब इस संघर्ष में इस्राइल का साथ दिया है, तो वहीं पश्चिमी एशिया के कई देशों ने हमास के कदम का समर्थन किया है। इस बीच दोनों तरफ से संघर्ष अब तक 2100 से ज्यादा जानें जा चुकी हैं। जहां इस्राइल में हमास के हमलों से 1200 से ज्यादा की मौत हुई है तो वहीं गाजा पट्टी में इस्राइली वायुसेना के वार से 900 से ज्यादा लोग जान गंवा चुके हैं।
-
गाजा से बाहर जाने के एकमात्र रास्ते पर कर हा बमों की बौछार
इस्राइल पर हमला करना हमास के लिए बड़ी मुसीबत बन गया है। हमास के हमले का जवाब देते हुए इस्राइल ने गाजा पट्टी पर बड़ी तबाही मचाई है। जंग जारी है और दोनों ओर से रॉकेट, बम और गोलियां लगातार चल रही हैं। इस्राइल आतंकवादी ग्रुप के ठिकानों को चुन-चुन का खत्म करने में लगा है। ऐसे में एक रिपोर्ट सामने आई है, जिसमें कहा गया है कि गाजा से बाहर निकलने वाले एकमात्र रास्ते पर भी इस्राइल लगातार हमला कर रहा है। इसलिए मिस्र गाजा पट्टी से अपने सिनाई प्रायद्वीप में बड़े पैमाने पर पलायन कर रहे लोगों को रोकने की कोशिश कर रहा है
-
इस्राइल को और क्या मदद चाहिए, हम जानना चाहते हैं: अमेरिका
आतंकी संगठन हमास के हमले के बाद इस्राइल को पश्चिमी देशों का खुलकर समर्थन मिल रहा है। खासकर अमेरिका ने इस्राइल को हरसंभव मदद देने का एलान कर दिया है। अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकेन गुरुवार को इस्राइल भी पहुंच रहे हैं। अमेरिका के विदेश विभाग के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने मंगलवार को बताया कि विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकेन एकजुटता दिखाने के लिए इस्राइल जा रहे हैं।
-
इस्राइल में 1200 अधिक लोगों की मौत का मास्टमाइंड कौन?
आतंकी संगठन हमास और इस्राइल के बीच संघर्ष जारी है। इन हमलों में अभी तक करीब 2100 से अधिक लोगों की जान जा चुकी है। इस बीच, इस्राइल ने हमास द्वारा पिछले सप्ताह किए गए हमले को 9/11 का पल बताया। हमले के पीछे के मास्टरमाइंड फलस्तीनी आतंकवादी मोहम्मद दइफ ने इसे अल अक्सा फ्लड अभियान बताया है।