
डमरुआ डेस्क।।जी-20 सम्मेलन के पहले दिन ही भारत ने दिल्ली घोषणा पत्र पर सर्व सम्मति बनाकर इतिहास रच दिया है. दिल्ली घोषणा पत्र के शत प्रतिशत बिंदुओं पर सभी देशों की पूर्ण सहमति प्राप्त हुई है. इसमें वैश्विक स्तर पर बदलाव के लिए 10 पॉइंट्स को शामिल किया गया है, जिन पर दुनिया के सबसे ताकतवर देशों ने सर्व सम्मति दे दी है. वहीं भारत की पहल पर पहली बार जी20 में 55 देशों वाले अफ्रीकन यूनियन को पूर्ण सदस्यता दे दी गई है. अब जी-20 जैसा मंच दुनिया का सबसे विशाल और समावेशी मंच हो गया है.
दिल्ली घोषणा पत्र को भारत की बड़ी कामयाबी बताया जा रहा है. इसको लेकर एक्सपर्ट्स ने भी बड़ी वजह बताई हैं. दरअसल, प्लैनेट, पीपुल, पीस एंड प्रोसपैरिटी. इन्हीं चार मुद्दों पर भारत ने जी-20 के दिल्ली घोषणा पत्र में पूरी दुनिया के नेतृत्व को जिन बातों पर सहमत किया, उनमें बड़े मुद्दे ये थे कि अब विश्व को सशक्त, सतत, संतुलित और समावेशी विकास की ओर बढ़ना है. इसके लिए सतत विकास लक्ष्य की प्राप्ति की ओर तेजी से प्रगति की जरूरत है. भारत ने सतत विकास के लिए हरित विकास समझौते पर दुनिया को सहमत किया है. इसके अलावा 21वीं सदी में दुनिया के बहुपक्षीय संस्थानों के गठन पर भी जोर दिया गया है.
जी-20 में भारत की अध्यक्षता में हुए कार्यक्रम की सफलता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि पिछले पांच साल में जितने भी सम्मेलन हुए हैं, उन सबके
मुकाबले भारत में हुए जी-20 सम्मेलन की कई गुना तक उत्पादकता रही है. भारत की कुछ बड़ी पहल पर जी-20 ने दुनिया को बचाने, समावेशी विकास और शांति की दिशा मेकुछ फैसले लिये हैं, जिनमें पेट्रोल में इथेनॉल मिलाने जैसी पहल, ग्रीन क्रेडिट इनिशियेटिव्स और मल्टीलैटरल वर्ल्ड ऑर्गनाइजेशंस बनाने की दिशा में सहमति बनी है ।