एटीएल बेस्ट प्रैक्टिसेज “आओ मेरे एटीएल को जाने” थीम पर पियर टू पियर कार्यशाला का हुआ आयोजन
कार्यशाला में नान एटीएल स्कूल के न्यूनतम १० छात्राओ की समूह बनाई गई। इस दौरान विशेष रूप से ड्रोन तकनीक आर्टिफिशियल तकनीक के साथ मैकेनिकल टूल्स, ड्रिलिंग मशीन, स्क्रू ड्राइवर, फायर एक्सटिंग्विशर के उपयोग के साथ पेटेंट हो चुके एयर वाटर जनरेटर मशीन पर चर्चा की गई ।

डमरुआ न्यूज़/बिलासपुर । एटीएल बेस्ट प्रैक्टिसेज एंड एजुकेटिव सीरीज के अंतर्गत एटीएल जिला स्कूल गया बिहार में एटीएल बेस्ट प्रैक्टिसेज “आओ मेरे एटीएल को जाने” थीम पर पियर टू पियर कार्यशाला आयोजन किया गया । जहां बिलासपुर से एटीएल इंचार्ज व आरटीओसी डॉ धनंजय पाण्डेय स्वामी आत्मानंद शासकीय बहुदेशीय उच्चतर विशेष्ठ हिंदी माध्यम शाला को एटीएल जिला स्कूल गया बिहार ने विशेष रूप से आमंत्रित किया ।
कार्यशाला में नान एटीएल स्कूल के न्यूनतम १० छात्राओ की समूह बनाई गई। इस दौरान विशेष रूप से ड्रोन तकनीक आर्टिफिशियल तकनीक के साथ मैकेनिकल टूल्स, ड्रिलिंग मशीन, स्क्रू ड्राइवर, फायर एक्सटिंग्विशर के उपयोग के साथ पेटेंट हो चुके एयर वाटर जनरेटर मशीन पर चर्चा की गई ।
एटीएल इंचार्ज डॉ देवेंदर सिंह ने कार्यक्रम के उद्देश्य पर चर्चा करते हुए बताया की इस प्रकार इंटर एक्सचेंज आफ आइडिया छात्राओं के बौद्धिक स्तर को बेहतर बनाने में बेहद कारगर साबित होते है, यह कार्यशाला नीति आयोग की एक महत्वपूर्ण कड़ी है ।
डॉ धनंजय पाण्डेय ने एटीएल में अनुशासन के साथ एटीएल के उपकरण की इस्तमाल पर चर्चा करते हुए ड्रोन के उपथ्रस्त मोशन, फोर व सिक्स प्रोपेलर विंग्स, लिथियम बैटरी , जीपीएस मॉड्यूल , जीएसएम और भविष्य के एआई तकनीकी का संयोजन कर विस्तृत जानकारी प्रदान की जो छात्राओ के बीच कौतूहल का विषय रहा ।
एक्सोर्ट रवि कांत ने एटीएल की विशेषताओ को अवगत कराया। कार्यशाला के अंत में प्रत्येक समूह के छात्राओ के क्यू आर सेशन के अंतर्गत कठिनाई स्तर की मापन की गई साथ ही समस्या के समाधान बताई गई । अगला एक्सचेंज प्रोग्राम एटीएल बिलासपुर में प्रस्तावित की गई, साथ ही एटीएल जिला स्कूल को हैकाथोंन प्रतियोगिता में भाग लेने का अनुरोध किया गया । साथ ही एक्सपर्ट टेड टॉक हेतु एटीएल जिला स्कूल के डॉ देवेंद्र सिंह को बिलासपुर आमंत्रित किया गया ।