
डमरुआ डेस्क।।छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव की सरगर्मी उफान पर है। प्रदेश की सत्ता पर आसीन होने के लिए कोई भी दल प्रचार-प्रसार करने में पीछे नहीं है। सभी प्रचार-प्रसार करने में पूरी ताकत झौंक दिए हैं। ऐसे में चुनाव में जमकर कालाधन का उपयोग हो रहा है। प्रदेश में आदर्श आचार संहिता लागू होने से पुलिस, आबकारी विभाग और इंटेलिजेंस ब्यूरो लगातार अवैध धनराशि जब्त कर रहे हैं। अब तक कई सौ करोड़ की धनराशि जब्त की गई है। सरकारी आंकड़े की बात करें तो 30 अक्टूबर की स्थिति में प्रदेश में 41 करोड़ से अधिक की अवैध धनराशि और वस्तुएं जब्त की गई हैं। इनमें 10 करोड़ 43 लाख रुपये की नगद राशि भी शामिल है। आंकड़े बताते हैं कि अब तक जितनी भी कार्रवाई हुई है उससे व्यापारी वर्ग सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ है। साल 2018 के चुनाव के दौरान लगभग 15 करोड़ रुपये की ज्वेलरी, शराब और अन्य वस्तुएं जब्त हुई थी। इसमें कैश 4.43 करोड रुपए था।
फ्लाईऐश से भरी वाहनों की होनी चहिये चेकिंग..?
ईन दिनों सारंगढ़ के गुडेली तथा आस पास में फ्लाईऐश से भरी ओवरलोड वाहनों का दौड़ना बेहत तेज है ऐसे में चुनाव को प्रभावित कर सकने वाले कालाधन इन फ्लाईऐश की वाहनों में लाया जाना कोई बड़ी बात नही है दरअसल पुलिस की टीम हर चौक चौराहों में वाहनों की संघन जांच में जुटी हुई है जबकि फ्लाईऐश की वाहनों पर नजर अब तक नही गया।हमारे विश्वसनीय सूत्रों का दावा है कि गुडेली आ रही फ्लाईऐश के वाहनों के माध्यम से सारंगढ़ में कालाधन लाया जा रहा है जिसकी भनक जिला निर्वाचन अधिकारियों को नही लग रही ।सूत्र बताते है कि फ्लाईऐश से भरी वाहनों में कालाधन लाया जा चुका है और ऐसे में लाजमी हो जाता है कि इन वाहनों की जांच भी पूरी गंभीरता से की जानी चाहिए।जिससे ओवरलोड फ्लाईऐश की वाहनों पर भी कार्रवाई हो सकेगी एवम कालाधन पकड़ में आने की पूरी उम्मीद भी रहेगी ।