
डमरूआ न्यूज/रायगढ़। बलात्कार के आरोपी सीआरपीएफ के जवान अरविंद रत्नाकर को गिरफ्तार न कर आरोपी के आर.आई अमरजीत जीजा के इशारे पर उसे बचाने का आरोप कोतवाली पुलिस पर लग रहा है। जांजगीर चांपा जिले के ग्राम गिद्धा, सेमरा निवासी सीआरपीएफ के जवान अरविंद कुमार रत्नाकर 211 बटालियन का जवान बताया जा रहा है।
जशपुर जिले की एक युवती ने सीआरपीएफ के इस जवान पर शादी का झांसा देकर वर्दी की रौब में रायगढ़ के लक्ष्मी लॉज में बलात्कार करने का आरोप लगाया है, जिस पर पीड़िता की शिकायत पर आरोपी जवान के विरूद्ध पत्थलगांव थाने में 15 दिनों तक भटकाने के बाद एफआईआर शून्य में दर्ज कर सिटी कोतवाली रायगढ़ में अपराध क्रमांक 0548/2023 धारा 376(2)(द), 323 भारतीय दण्ड संहिता पंजीबद्ध किया गया है। अब एफआईआर दर्ज होने के 2 माह बाद भी आरोपी जवान की गिरफ्तारी कोतवाली पुलिस की ओर से नहीं की जा रही है। दूसरी ओर कोतवाली पुलिस आरोपी जवान को लगातार अग्रिम जमानत का मौका भी दे रही है ताकि उसे कभी गिरफ्तार ही ना किया जा सके। आपको बता दें कि आरोपी अरविंद का जीजा छत्तीसगढ़ पुलिस का एक वरिष्ठ अधिकारी आरआई है जो पूर्व में रायगढ़ जिले में भी पदस्थ रहा है उसका सम्मान करते हुए रायगढ़ पुलिस जहां एक ओर जांच प्रक्रिया में हीला-हवाली कर रही है वहीं दूसरी ओर कोतवाली पुलिस उक्त बलात्कार के आरोपी सीआरपीएफ जवान को गिरफ्तार नहीं कर रही है।
समझौता करने पीड़िता को दे रहे धमकी
इस बीच आरोपी एवं उसके सगे संबंधियों की ओर से पीड़िता पर लगातार मामले को रफा दफा करवाने का दबाव डाला जा रहा है। इस संबंध में पीड़िता ने बताया कि आरोपी पक्ष की ओर मामा और जीजा की ओर से लगातार उस पर दबाव देते हुए झूठे मामलों में फंसा देने सहित बदनामी और तरह-तरह के भय दिखाते हुए मामले को वापस लेने के लिए कहा जा रहा है, आरोपी पक्ष की इन हरकतों एवं पुलिस को आरोपी के पक्ष में खड़ा देख पीड़िता व उसके परिजन काफी चिंतत हैं।
आरोपी जवान कर रहा नौकरी, कोतवाली पुलिस बता रही फरार
आरोपी अरविंद कुमार रत्नाकर 211 बटालियन का जवान है। एक ओर बलात्कार के जिस मामले में आरोप सिद्ध होने पर आजीवन कारावास तक की सजा हो सकती है, ऐसे मामले के आरोपी सीआरपीएफ जवान को कोतवाली पुलिस का खुला संरक्षण प्राप्त हो रहा है, पुलिस आरोपी के साथ खड़ी हुई दिख रही है यही कारण है कि दो महीने बाद भी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं की जा रही है।