
डमरुआ न्युज/रायगढ़ . सी.आर.पी.एफ.का जवान अरविंद रत्नाकर न केवल बलात्कार का आरोपी है बल्कि उसकी जमानत भी न्यायालय ने खारिज कर दी है बावजूद इसके रायगढ़ की कोतवाली पुलिस इस आरोपी जवान के साथ वर्दी धर्म निभाते हुए उसे फरार बताकर जान-बूझकर गिरफ्तार नहीं कर रही है.
पीड़िता की शिकायत पर अरविंद कुमार रत्नाकर निवासी – ग्राम गिद्धा, सेमरा जिला- जांजगीर चांपा के विरूद्ध दिनांक- 21/07/2023 को थाना पत्थलगांव, जिला- जषपुर में शून्य में धारा – 376(2)द, 323 भा.दं.वि. के अंतर्गत अपराध पंजीबद्ध किया गया था। इस आरोपी ने अपनी वर्दी का लाभ और पीड़िता की स्थिति का लाभ उठाते हुए रायगढ़ के लक्ष्मी लॉज में लाकर पीड़िता के साथ उक्त अपराध किया था इस वजह से घटना क्षेत्र रायगढ़ होने के कारण प्रकरण थाना सिटी कोतवाली रायगढ़ भेजा गया जिसमें अपराध क्रमांक- 548/2023 पंजीवद्ध किया गया। आरोपी अरविंद रत्नाकर सीआरपीएफ 211 बटालियन का जवान है जो गरियाबंद में तैनात है, जिसे आज दिनांक तक गिरफ्तार नहीं किया गया है , यहां तक कि उसकी गिरफ्तारी का अब तक कोई भी प्रयास नहीं किया गया है। आरोपी जहां एक ओर सीआरपीएफ का जवान है वहीं दूसरी ओर उसके जीजा अमरजीत खूंटे भी पुलिस विभाग में आरआई हैं जो पूर्व में रायगढ़ में पदस्थ रह चुके हैं। इस कारण कोतवाली पुलिस आरोपी की गिरफ्तारी न कर उसके साथ वर्दी धर्म निभा रही है।
आरोपी वर्दीधारी जवान होने के साथ ही पुलिस अधिकारियों तक सीधी पहंुच रखने वाला व्यक्ति है इस कारण उसके खिलाफ उक्त धाराओं में अपराध पंजीबद्ध होने एवं जमानत याचिका खारिज हो जाने के बावजुद पुलिस उसे गिरफ्तार नहीं कर रही हैं। आप को बता दे कि पीड़िता जब पत्थलगांव थाने में उक सप्ताह तक अपनी फरियाद लेकर भटकती रही तब जाकर वहां की पुलिस ने अपराध दर्ज किया था और अब जब कि मामला कोतवाली पुलिस के पास है तो यहा की पुलिस भी पीड़िता के साथ सौतेला व्यवहार कर रही है। आलम यह है कि 2 माह उपरांत भी उसे कोतवाली पुलिस गिरफ्तार नहीं कर रही है, बल्कि यह कह रही है कि आरोपी फरार है।
रायगढ़ के लक्ष्मी लॉज में लुटी पीड़िता की लाज
आरोपी जवान अरविंद रत्नाकर ने इस अपराध को अंजाम देने के लिए सबसे सुरक्षित ठिकाना रायगढ़ स्थित लक्ष्मी लॉज को समझा यही कारण है कि आरोपी जवान पीड़िता को 100 किलोमीटर दूर से लाकर यहां अपना शिकार बनाया।
क्या फरार आरोपी गिरफ्तार नही होते है
सवाल यह है कि पुलिस आरोपी को फरार बताते हुए खुद को प्रयत्नशील और कानून की हिफाजत करने वाला बता रही है लेकिन क्या फरार आरोपी कभी गिरफ्तार नही होते या ष्यह सब पुलिस की इच्छा शक्ति पर निर्भर करता है। बहरहाल आरोपी की ओर से एवं उसके परिजन मामा और जीजा की ओर से लगातार पीड़िता को किसी भी झूठे मामले में फंसा कर जेल भेज देने की धमकी देकर इस मामले को वापस ले लेने का दबाव भी डाला जा रहा है।
पीड़िता ने लगाई गृहमंत्री से गुहार
कोतवाली पुलिस द्वारा आरोपी के साथ वर्दी धर्म निभाते देख पीड़िता काफी छुब्ध और परेषान है एवं उसे मिलने वाले न्याय के प्रति भी चिन्तित है। यही कारण है कि पीड़िता ने पत्र लिखकर आरोपी जवान की गिरफ्तारी करने गृहमंत्री सहित अन्य उच्चाधिकारियों से मांग की है।