
डमरुआ न्युज/रायगढ़- विधान सभा रायगढ़ में भाजपा प्रत्याशी ओपी चौधरी की मुश्किलें कम होने का नाम ही नही ले रही हैं। एक तरफ पार्टी के लोगों का बेमन होकर उनके साथ काम करना तो दूसरी तरफ बागी होकर निर्दलयी चुनाव लड़ रही गोपिका गुप्ता का बढ़ता आत्म विश्वास उन्हे विधानसभा की भावी जीत से दूर कर सकता है।
बताया जा रहा है कि निर्दलीय प्रत्याशी गोपिका गुप्ता को विधान सभा में जन सम्पर्क के दौरान जबर्दस्त जन समर्थन मिल रहा है। जिसे लेकर भाजपा प्रत्याशी और उनके समर्थकों की चिंता बढ़ गई है।
इन सबके बीच आज शहर के जानकी होटल में निर्दलीय गोपिका गुप्ता ने एक प्रेस वार्ता आयोजित की। उन्होंने पत्रकारों के द्वारा पूछे गए तमाम सवालों का पूरे आत्म विश्वास से जवाब दिया।
प्रेसवार्ता में गोपिका ने यह कहा कि उन्होंने भाजपा से बगावत नहीं की है वो आज भी भाजपा का सम्मान करती हैं। अगर चुनाव जीत भी जाती हैं तो वह लौट कर भाजपा में ही आएगीं। अपने जिला पंचायत चुनाव की जीत का उदारण देते बताया कि जिले की 25 जिला पंचायत सीटों में से 24 पर भाजपा ने अपने उम्मीदवार घोषित किये थे। पर मेरी सीट से मैंने निर्दलयी चुनाव जीता था और मैं आज भाजपा में हूं।
बीते 20 साल से मैंने पार्टी की सेवा की है,पार्टी का झंडा भी उठाया मैं आज भी खुद को भाजपा का समर्पित कार्यकर्ता मानती हूं। जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव लड़ी, जानती थी कि हार जाऊंगी क्योंकि 25 में से सिर्फ 8 हमारी पार्टी के थे और सभी के वोट मिले। जैसा पार्टी नेतृत्व ने मुझे कहा मैंने किया पर जब पार्टी में पद देने की बारी आई तो मुझे सिरे से भुला दिया गया।
रायगढ़ के आसपास की सीटों से महिलाओं को मौका दिया जाता है,पर रायगढ़ से महिला प्रतिनिधित्व को खारिज कर दिया जाना कितना सही है। विधानसभा चुनाव में भी यही हुआ। इसलिए अपने आत्म सम्मान की लड़ाई के लिए मैंने निर्दलीय चुनाव लड़ने का फैसला लिया है। लोगों से जिस तरीके का समर्थन मिल रहा है वह उनकी उम्मीद से कहीं ज्यादा है।
मैं सिर्फ एक समाज के भरोसे चुनाव नहीं लड़ रही हूं,मुझे सभी लोगों का प्यार मिल रहा है।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में भाजपा के द्वारा मान-मनौव्वल किए जाने की बात पर उन्होंने बताया कि भाजपा के दिग्गज नेताओं ने मुझसे संपर्क किया था, लेकिन मैंने उन्हें अपनी बात पर अडिग रही,और सप्ष्ट कर दिया कि मैं चुनाव लड़ रही हूं। मुझ पर भाजपा की तरफ पैसे की डिमांड का आरोप लगाया जा रहा है,जो कि सरासर गलत है।
पार्टी में जो 20 साल से अधिक जुड़े हैं उनके बागी नहीं होने पर बोलीं कि वह किसी न किसी तरह से बड़े पद हैं या फिर संतुष्ट हैं। भाजपा नहीं छोड़ना और ओ पी का मुखर विरोध करने के सवाल को वह टाल गईं। पूर्व विधायक विजय अग्रवाल से मुलाकात की बात को सिरे से खारिज कर दिया लेकिन भाजपा के कद्दावर नेता गोकुल पटनायक से मिलने की बात को माना। वर्तमान भाजपा प्रत्याशी ओ पी चौधरी के फोन नहीं उठाने की बात पर उन्होंने कहा कि ऐसा नहीं जगन्नाथ मंदिर में सभी के सामने ओ पी जी से उनकी बात हुई थी। भाजपा के बड़े धड़े जो ओ पी को रायगढ़ में नहीं आने देना चाहते आप उनके सहयोग और उनके कहे पर चुनाव लड रही है इस बात को गोपिका गुप्ता ने सिरे से नकार दिया। कहां मैं अपने हक और आत्म सम्मान की लड़ाई लड़ रही हूं। इसलिए यह दावे के साथ कह सकती हु कि मुझे जरूर रायगढ़ विधान के लोगों का स्नेह और आशीर्वाद जरूर मिलेगा।