बारीक जैसा कोई नहीं !क्या कटंगपाली से खनिज माफियाओं का सफाया कर पाएंगे योगेंद्र सिंह? कटंगपाली में अवैध खनन पर कब तक लग पाएगा लगाम

सारंगढ़।कटंगपाली में खनिज माफियाओं का चक्रविव भेद पाने की हिमाकत सारंगढ़ जिला प्रशासन तो क्या विभागीय अधिकारियों ने अब तक नही किया है जिसके कारण खनिज का खनन चरम पर है ।कटंगपाली क्षेत्र में दिन दहाड़े अवैध खनन कर माफिया मालामाल हो रहे और उसका नुकसान शासन को राजस्व के रूप में उठाना पड़ रहा है । ऐसे में जरूरत है की तत्कालीन खनिज अधिकारी एके बारीक जैसे तेज तर्रार अफसर की नियुक्ति सारंगढ़ में किया जाना चाहिए ।जो राजनीतिक और खनिज माफियाओं के दबाव से हट कर ईमानदारी पूर्वक अपने कार्य का निर्वाहन कर सके ।
आपको बता दे जब खनिज अधिकारी एके बारीक रायगढ़ में पदस्थ थे खनिज माफिया थरथर कांपते थे यहां तक की राजनीतिक पुर पहुंच वाले रशुखदारो में भी भय का माहोल व्याप्त था लेकिन बारीक के ट्रांसफर होते ही जैसे माफियाओं में जान आ गई है जो वर्तमान में उनका आतंक कटंगपाली में सर चढ़ कर बोल रहा है ।बताना लाजमी होगा की कटंगपाली,महुआ पाली, नौघटा, छेलपोरा इत्यादि जगहों पर खनिज माफिया बेखौफ पोकलेन और जेसीबी के मदद से धरती का सीना छलनी कर खनिज का दोहन कर रहे है जिसपर अंकुश लगाने के लिए अभी तक खनिज विभाग नाकाम साबित होता दिखाई दे रहा है। हालाकि वर्तमान खनिज अधिकारी योगेंद्र सिंह ने रायगढ़ मिनरल के द्वारा किए जा रहे अवैध खनन पर रोक लगाते हुए खनिज माफियाओं में दहशत पैदा कर दिए है लेकिन यह कहना गलत होगा की महज एक कार्रवाई से खनिज का दोहन बंद हो जायेगा।लिहाजा कटंगपाली में खनिज विभाग की अनवरत कारवाई जारी रहनी चाहिए।जिससे एके बारीक के द्वारा शुरुवात किया गया कार्य सार्थक हो सकेगा।