मुंबई Mumbai: प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के मुंबई जोनल ऑफिस ने 2 जनवरी को मुंबई और दिल्ली के 14 स्थानों पर व्यापक छापेमारी की। यह कार्रवाई म/s प्रतिभा उद्योग लिमिटेड और इसके सहयोगियों से जुड़े 4,957 करोड़ रुपये के ऋण धोखाधड़ी मामले में की गई।
छापे धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए), 2002 के तहत किए गए।
ईडी ने बताया कि इस ऑपरेशन के दौरान 5.4 करोड़ रुपये की बैंक बैलेंस और म्यूचुअल फंड जमाए गए। इसके साथ ही कुछ प्रमाण भी मिले जो अचल संपत्तियों की खरीद से जुड़े थे।
4,957 Crore Loan Fraud.
यह मामला बैंक ऑफ बड़ौदा के द्वारा दर्ज की गई एक शिकायत पर आधारित है, जिसमें केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने एफआईआर दर्ज की। इस शिकायत में कहा गया है कि म/s प्रतिभा उद्योग लिमिटेड, इसके निदेशक अजीत कुलकर्णी और अन्य ने एक बड़े बैंक धोखाधड़ी को अंजाम दिया, जिससे कई बैंकों को 4,957 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ।
ईडी के अनुसार, प्रतिभा उद्योग के प्रमोटर्स और निदेशकों ने ऋण धन को हड़पने के लिए आपराधिक साजिश की। उन्होंने कथित तौर पर धोखाधड़ी के लेनदेन और चक्रीय व्यापार के माध्यम से ऋण धन को मोड़ा।
ईडी की जांच ने यह भी पाया कि प्रमोटर्स ने धन को छिपाने के लिए फर्जी कंपनियों का सहारा लिया। इन कंपनियों का उपयोग कर अचल संपत्तियाँ खरीदी गईं।
ईडी ने कहा कि जांच अभी भी चल रही है। इसका उद्देश्य धन शोधन गतिविधियों का पूरा दायरा समझना और सभी लाभार्थियों की पहचान करना है।
प्रतिभा उद्योग के खाते 31 दिसंबर, 2017 को एनपीए घोषित किए गए थे। बाद में, इन खातों को कंसोर्टियम बैंकों द्वारा धोखाधड़ी के रूप में भी घोषित किया गया।