सक्ती Sakti News (छ.ग.) – पुलिस अधीक्षक सुश्री अंकिता शर्मा,अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सुश्री रमा पटेल और उप पुलिस अधीक्षक मनीष कुंवर के दिशा निर्देश पर आरोपी की पता साजी की जा रही थी जिसपर मालखरौदा पुलिस ने एक लंबे समय से फरार शातिर अपराधी नंद कुमार लहरे उर्फ नंदु को गिरफ्तार कर लिया है, जो कई जघन्य अपराधों में शामिल रहा है। नंदु पर हाल ही में ग्राम अण्डी में एक बुजुर्ग व्यक्ति की हत्या कर शव जलाने का गंभीर आरोप है। इसके साथ ही, वह रायगढ़ और डभरा के डबल मर्डर मामलों में भी वांछित था। कई जिलों में इस अपराधी पर आपराधिक मामले दर्ज हैं, और पुलिस उसे पकड़ने के लिए लंबे समय से प्रयासरत थी।
जमीन विवाद में बुजुर्ग की हत्या
थाना मालखरौदा में दर्ज शिकायत के अनुसार, यह मामला 29 फरवरी 2024 की रात का है, जब ग्राम अण्डी निवासी 67 वर्षीय भरत लाल भारद्वाज का शव उसके मकान के पास स्थित जोगी तालाब के किनारे पाया गया। मृतक के सिर और चेहरे पर गंभीर चोटों के निशान थे, जिससे उसकी हत्या का संदेह हुआ। पुलिस ने इसे हत्या का मामला मानते हुए धारा 302, 201 के तहत केस दर्ज किया और जांच शुरू की। प्रारंभिक जांच में पुलिस की नजरें गाँव के सरपंच पति विजय कुमार भारद्वाज पर टिकीं, जिनसे पूछताछ के बाद कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आए।
हत्या के पीछे की वजह और सुपारी की साजिश
पुलिस पूछताछ में विजय कुमार भारद्वाज ने बताया कि मृतक भरत लाल भारद्वाज से उसका पुराना जमीन विवाद चल रहा था। भरत लाल द्वारा पूर्व में उसके साथ लड़ाई-झगड़ा भी हुआ था, जिसके कारण विजय कुमार ने उसकी हत्या की योजना बनाई। इसके लिए उसने 1,50,000 रुपये में नंदु लहरे और उसके सहयोगी हिमांशु खुटे को हत्या की सुपारी दी। विजय कुमार ने बताया कि नंदु और हिमांशु ने 29 फरवरी की रात भरत लाल के घर जाकर उसकी हत्या की और फिर शव को पेट्रोल डालकर जला दिया। इस खुलासे के बाद, पुलिस ने विजय कुमार और हिमांशु को 6 मार्च 2024 को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया था।
कुख्यात अपराधी नंदु लहरे की गिरफ्तारी
हालांकि, इस मामले का मुख्य आरोपी नंदु लहरे अब तक फरार था और उसकी तलाश में पुलिस लगातार प्रयासरत थी। नंदु लहरे चौकी फगुरम क्षेत्र का हिस्ट्री शीटर बदमाश है, जो रायगढ़ और डभरा क्षेत्र में सक्रिय था। वह तमनार, रायगढ़ में एक डबल मर्डर केस का भी आरोपी था और वहां से भी फरार था। नंदु पर विभिन्न थानों में दर्जनों आपराधिक मामले दर्ज हैं, जिनमें हत्या, मारपीट, धमकी और अन्य संगीन अपराध शामिल हैं। पुलिस को उसकी आपराधिक प्रवृत्ति के बारे में गहरी जानकारी थी, और वह उसे पकड़ने के लिए लगातार प्रयासरत थी।
इस संबंध में सक्ती जिले की पुलिस अधीक्षक सुश्री अंकिता शर्मा के नेतृत्व में कई टीमों का गठन किया गया। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सुश्री रमा पटेल और पुलिस अनुविभागीय अधिकारी मनीष कुंवर के निर्देशन में यह टीमें सक्रिय थीं और नंदु की तलाश में कई राज्यों में दबिश दे रही थीं। आखिरकार, 2 नवंबर 2024 को पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली कि नंदु फगुरम क्षेत्र में किसी अन्य आपराधिक घटना को अंजाम देने की योजना बना रहा है। सूचना मिलते ही मालखरौदा पुलिस ने फगुरम में संभावित ठिकानों पर छापेमारी की और नंदु को घेराबंदी कर गिरफ्तार कर लिया।
आरोपी ने स्वीकार की हत्या की योजना
थाना लाकर पूछताछ करने पर नंदु लहरे ने अपने अपराध को स्वीकार किया। उसने पुलिस को बताया कि विजय कुमार भारद्वाज से 1,50,000 रुपये की सुपारी के एवज में उसने भरत लाल की हत्या की थी। हत्या के दौरान प्रयुक्त पत्थर को पुलिस ने उसकी निशानदेही पर बरामद कर लिया है। पुलिस ने उसे हिरासत में लेकर न्यायालय में पेश किया, जहाँ से उसे न्यायिक रिमांड पर भेजा गया है।
पुलिस टीम की विशेष कार्यवाही
इस सफलता में निरीक्षक राजेश पटेल, थाना प्रभारी मालखरौदा; उपनिरीक्षक सी.पी. कवर; प्रधान आरक्षक अयूब खान; आरक्षक नान्ही राम यादव, प्रमोद सोनत, शत्रुघ्न जांगड़े और अरुण नेताम का विशेष योगदान रहा। पुलिस टीम के सतर्क प्रयासों और कड़ी मेहनत के परिणामस्वरूप इस शातिर अपराधी को गिरफ्तार कर सक्ती पुलिस ने एक बड़ी उपलब्धि हासिल की है। इसके साथ ही, तमनार थाना, रायगढ़ को भी सूचना दी गई है ताकि वे अपने प्रकरण में नंदु पर कार्यवाही कर सकें।
पुलिस अधीक्षक की प्रतिक्रिया
इस मामले पर पुलिस अधीक्षक सुश्री अंकिता शर्मा ने बताया कि नंदु लहरे जैसे अपराधी समाज के लिए गंभीर खतरा हैं। उन्होंने सक्ती जिले की जनता को आश्वासन दिया कि पुलिस ऐसे अपराधियों को किसी भी सूरत में बख्शेगी नहीं और न्याय दिलाने के लिए तत्पर रहेगी। सुश्री शर्मा ने अपराधियों की धरपकड़ में अपनी टीम के प्रयासों की सराहना की और भविष्य में भी इस तरह की सख्त कार्यवाहियों को जारी रखने का संकल्प लिया।
अपराधियों के खिलाफ पुलिस का सख्त संदेश
सक्ती पुलिस की इस कार्यवाही ने अपराधियों के बीच एक सख्त संदेश भेजा है। इस मामले ने साफ कर दिया है कि पुलिस किसी भी तरह के अपराधियों को बख्शने वाली नहीं है, और वे कानूनी शिकंजे से नहीं बच सकते। पुलिस ने इस गिरफ्तारी के माध्यम से यह स्पष्ट कर दिया कि चाहे कितनी भी कठिन परिस्थितियाँ हों, कानून के हाथ लंबे हैं और न्याय अवश्य सुनिश्चित किया जाएगा।
समाज के लिए एक संदेश
इस पूरी घटना से समाज में यह संदेश गया है कि अपराध के खिलाफ सतर्क रहें और पुलिस का सहयोग करें। सक्ती पुलिस की यह सफलता जनता में विश्वास और सुरक्षा की भावना को बढ़ाने में सहायक सिद्ध होगी। पुलिस ने जनता से भी अपील की है कि वे किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत दें ताकि ऐसे अपराधियों पर तुरंत कार्रवाई की जा सके और समाज को सुरक्षित बनाया जा सके।