बड़ा खुलासा
ग्राम पंचायत मेदुका मे लाखों की धोका धड़ी
सक्रिय महिला आरती श्याम के द्वारा समूह के खातों से लाखों रुपए का फर्जी हस्ताक्षर कर किया गया आहरण. जिसका लिखित कबूल नामा प्रस्तुत किया ग्राम वासियो ने
जिला गौरेला पेंड्रा मरवाही मे महिलाओ को सशक्त बनाये जाने के लिए शासन ने बिहान समूह के माध्यम से लोगो को रोजगार देने का काम कर रहा है. और समय समय पर महिला समूह को मजबूत करने के लिए समूह और संगठन मे पैसे जमा कराया जाता है. ताकि उन पैसो का सही उपयोग किया जा सके और बेरोजगार महिलाओ को रोजगार का जरिया मिल सके.
शासन की इस महत्वाकांक्षी योजना का लोग दुरपयोग कर रहे है
ग्राम पंचायत मेदुका से बड़ा ही चौकाने वाला सनसनी खेज मामला सामने आया है ग्राम पंचायत मेदुका से जहाँ की एक महिला आरती श्याम के ऊपर ग्राम की महिलाओ ने आरोप लगाया है की आरती श्याम जो की सक्रिय महिला है उसके द्वारा त्रिदेव महिला समूह के खाते से ₹600000 फर्जी दसखत और प्रस्ताव बना कर निकाल लिए गए. इसी प्रकार अन्य समूह के खाते से तीन-तीन लाख रुपए, एवं गौरी महिला समूह से cif का 60,000 रु बिना किसी की सहमति और जानकारी के निकाल लिया गया आरती श्याम के द्वारा. वही मामला तब संज्ञान मे आया ज़ब पास की महिला सुनीता कोराम ने बताया की उसके घर मे अलमारी से आरती श्याम ने 50 हजार रु नगद और पास बुक चोरी कर बैंक मे फ़र्ज़ी दस्तखत कर तीन किस्त में राशि उनके खाते से निकाल ली. जिसकी जानकारी मिलते ही सुनीता कोराम के द्वारा गौरेला थाने एवं स्टेट बैंक गौरेला में शिकायत की गयी.
आज तो तब हो गई जब आरती शाम को इन सब विषयों का पता चला तो उसने चोरी करने की बात को स्वीकार किया और समूह खाते से पैसे निकालने की बात को भी स्वीकार किया एवं लिखित में 15 दिन के अंदर पैसा वापस करने की बात कही. और आरती श्याम ने बताया कि मैं फर्जी दसखत करके खाते से पैसे निकाले हैं.
समूह की महिलाओं ने आरोप लगाया है कि इन सब तथ्यों में बैंक कैशियर की मिले भगत से आरती श्याम के द्वारा यह कार्य किया गया है क्योंकि बिना साइन वेरीफाई किये इतने ज्यादा पैसे का आहरण कैसे कर लिया गया. यह अपने आप में स्टेट बैंक की कर प्रणाली पर सवालिया निशान है. जबकि शिकायत थाने में की गई एवं बैंक में की गई उस पर कोई कार्रवाई अब तक क्यों नहीं की गई यह भी एक बड़ा सवाल है. वही ग्राम की सरपंच ने भी बताया की यह महिला बहुत ज्यादा फर्जी है इसके द्वारा लोगों से आधार कार्ड एवं बैंक पासबुक की छाया प्रति लेकर आवास, राशन, पेंसन, दिलाने की बात कह कर लोगो का सोसन किया जा रहा है सरपंच ने यह भी आरोप लगाया की आरती श्याम और ललिता जायसवाल जो की राशन वितरण भी करती है इनके द्वारा ग्राम में हुए फौत लोगों के नाम से भी आवंटन उठाया जाता है एवं इसे स्वयं डकार लिया जाता है मैंने सभी मृतकों के नाम काटने के लिए प्रस्ताव में साइन करके दिया था परंतु आरती श्याम के द्वारा इनका नाम कटवाया ही नही गया जिसकी जानकारी मुझे लगी है की फौत लोगो के नाम पर 3 महीने का राशन उठाया गया है वही आरती श्याम ने लोगो के साथ बहुत बड़ा फ़र्ज़ी वाड़ा किया है जिसकी जांच कर उसके सख्त से सख्त सजा दी जाए.
वही समूह की जो परिक्षेत्र अधिकारी है वंदना पैकरा उस पर भी यह सवालिया निशान है वंदना पर पहले भी पैसों के लेनदेन के मामले पर सुर्खियों में बनी रही.
हमारी टीम बैंक प्रबंधक से जब बात करने पहुंची तो बैंक प्रबंधक ने इस प्रकार की बात को होने से इनकार कर दिया एवं किसी भी प्रकार की बाइट देने से मना किया. बैंक प्रबंधक एवं कैशियर का कहना है कि यदि समूह का कोई भी व्यक्ति चेक लेकर आता है तो उसे पर भुगतान कर दिया जाता है जबकि नियम बताता है कि समूह की महिलाओं को इकट्ठा होने पर ही भुगतान किया जाता है. जबकि एक गरीब व्यक्ति को बैंक के द्वारा थोड़ा सा साइन मिसमैच हो जाने या थोड़ी सी गलती हो जाने पर कितना ज्यादा घुमाया जाता है इस प्रकार के बहुत से मामले जिला गौरेला पेंड्रा मरवाही में उजागर होने की संभावना प्रतीत हो रही है जिसमें बैंक की अहम भूमिका निकाल कर सामने आएगी. इसकी शिकायत पीएमओ भारत सरकार से की जायेगी. ताकि इस भ्रष्टाचारी व्यवस्था का पर्दाफाश हो सके.