सारंगढ़। बोंदा मुड़ा में अवैध डोलोमाइट खनन का खेल खुलेआम चल रहा है और प्रशासन मौन बना हुआ है। संजय मिरी नामक खनन माफिया पिछले दो महीनों से बिना किसी वैध अनुमति के लाखों का खेल कर रहा है। वह रोजाना 100 ट्रैक्टर डोलोमाइट पत्थर निकालकर कटंगपाली के क्रेशरों में खपा रहा है, जिससे शासन को भारी राजस्व नुकसान हो रहा है।
कब होगी कार्रवाई? खनन माफिया के बुलंद हौसले!
खनिज विभाग की सुस्ती के कारण संजय मिरी के हौसले इस कदर बढ़ गए हैं कि वह अब बेखौफ होकर इस गोरखधंधे को अंजाम दे रहा है। स्थानीय लोगों की मानें तो मिरी के इशारे पर पूरा नेटवर्क सक्रिय है, जिसमें कई बड़े नाम भी शामिल हो सकते हैं।
खनिज विभाग के माइनिंग इंस्पेक्टर दीपक पटेल ने कहा है कि बिलाईगढ़ में मुरली चंद्रा के क्रेशर पर कार्रवाई के बाद अब अगला नंबर संजय मिरी का है। उन्होंने यह भी साफ किया कि अवैध खनन को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा और जल्द ही इस गोरखधंधे पर शिकंजा कसा जाएगा।
हजारों टन डोलोमाइट अवैध रूप से निकाला जा चुका!
सूत्रों के अनुसार, अब तक हजारों टन डोलोमाइट पत्थर की अवैध तस्करी हो चुकी है, जिससे शासन को करोड़ों का नुकसान उठाना पड़ा है। यह मामला अब तूल पकड़ चुका है और जनता प्रशासन से सवाल कर रही है कि आखिर कब होगी इस खनन माफिया पर बड़ी कार्रवाई?
क्या सरकार जागेगी या माफिया का राज ऐसे ही चलेगा?
अब देखने वाली बात होगी कि प्रशासन संजय मिरी पर कब तक नकेल कसता है या फिर यह मामला भी फाइलों में ही दबकर रह जाएगा? अवैध खनन से होने वाली तबाही और सरकारी खजाने के नुकसान को देखते हुए इस पर तुरंत कार्रवाई जरूरी है।