प्रशांत डेनियल 7828438374
उजड़ता जंगल कुम्भकरणी निर्दा में वन विभाग प्रशासन गिरदावली और सत्यापन बना पटवारियों के कमाई का जरिया






मरवाही वन मंडल क्षेत्र के अंतर्गत मरवाही रेंज के भस्कुरा पंचायत जो हरे भरे वृक्षों से पटा पड़ा है लकड़ी तस्कर व भू माफिया के चंगुल में फंसता नजर आ रहा है जंगल में वनों की अंधाधुंध कटाई जोरों पर है कर जंगल की बेशकीमती लकड़ी की तस्करी धड़ल्ले से की जा रही है। साथ ही लगभग 100 एक्कड़ बड़े झाड़ के जंगल को काटकर लोगो द्वारा वहा खेती की जा रही है जिसका वन विभाग एवं राजस्व विभाग की मिली भगत से पट्टा भी जारी कर दिया गया है पैसो का ऐसा खेल चल रहा है की बीट गार्ड जंगल झाकने तक नही जाते और जंगल का वेतन ले रहे है
हद तो तब हो गयी ज़ब जंगल का निरिक्षण किया गया तो पता चला की वो तो पूरी पड़ती भूमि है जहाँ फसल उगाई ही नही गयी और किसान गेंद लाल, कामता प्रसाद, और उसकी पत्नी सावित्री मांझी के द्वारा मंडी मे 120 कुंटल धान बेचा जा रहा है. पटवारी स्वर्णलता लकड़ा से ज़ब इसकी जनकारी मांगी गयी की गिरदावरी, और सत्यापन क़िस आधार पर किया गया है तो उन्होंनो फोन उठना ही बंद कर दिया. जिससे समझ यह आता है की पटवारी द्वारा भी शासन को लाखों रूपए का चूना लगाया जा रहा है जिसकी शिकायत कलेक्टर जीपीएम एवं उपमुख्यमंत्री अरुण साव से की जायेगी.
खाली खाली जमीन में कब्जा करना यह आम बात हो गई भस्कुरा में वन कर्मियों की मिली भगत से उक्त कार्य को अंजाम दिया जा रहा है सूत्रों के हवाले से इन लोगों पर वन कर्मियों का वर्दहस्त प्राप्त है और इसकी इसकी एवज में वनकर्मियों को मोटी रकम प्राप्त होने की जानकारी निकलकर सामने आ रही है इस पूरे मामले की शिकायत वन मंडल अधिकारी मरवाही से की गई है जिस पर अति शीघ्र कार्रवाई का आश्वासन प्राप्त हुआ है
