मकर संक्रांति के दिन एक युवक की जिंदगी एक पतंग के मांझे ने हमेशा के लिए बदल दी। यह दुखद घटना इंदौर, मध्यप्रदेश की है। 22 साल का युवक जब अपने रिश्तेदार के साथ गैस की टंकी लेने जा रहा था, तभी पतंग के मांझे से उसकी गर्दन कट गई, जिससे उसे गंभीर चोट आई। अस्पताल में इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया।
ये घटना फूटी कोठी ब्रिज पर मंगलवार की शाम हुई। हिमांशु सोलंकी अपने रिश्तेदार के साथ गैस की टंकी लेने निकले थे। इसी दौरान मांझे ने उनकी गर्दन को काट दिया। उनके साथ ही विनोद नामक एक व्यक्ति भी मांझे से घायल हुआ। आसपास के लोगों ने तुरंत हिमांशु को नजदीकी अस्पताल पहुँचाया, लेकिन उनकी हालत बिगड़ गई, और बाद में उन्हें एमवाय हॉस्पिटल रेफर किया गया। दुर्भाग्यवश, यहां उनकी मृत्यु हो गई।
हिमांशु भेरूलाल पाटीदार कॉलेज में पहले वर्ष का छात्र था। वह पिछले एक साल से सुदामा नगर के अन्नपूर्णा क्षेत्र में किराए पर रह रहा था। उनके पिता, संजय मनावर, एक बैंककर्मी हैं, और मां आंगनवाड़ी कार्यकर्ता हैं।
परिजनों को यह आशंका है कि उनके बेटे की मौत चीनी मांझे के कारण हुई है। जबकि द्वारकापुरी थाने के टीआई आशीष सप्रे ने कहा कि जिस मांझे से हिमांशु की मौत हुई, वह एक साधारण मांझा है। पुलिस ने इस मामले में मांझे को जब्त कर लिया है और इसकी जांच चल रही है।