रायपुर raipur News- छत्तीसगढ़ के पूर्व मंत्री और कांग्रेस विधायक कवासी लखमा ने राजीव लोचन महाराज पर की गई अपनी टिप्पणी के लिए माफी मांग ली है। उन्होंने साफ किया कि उनका मकसद किसी धर्म या संत को ठेस पहुंचाना नहीं था।
विवाद की शुरुआत कैसे हुई?
छठ पूजा के अवसर पर राजीव लोचन महाराज ने सनातन धर्म के अनुयायियों से चार-चार बच्चे पैदा करने की अपील की थी। इसके जवाब में कवासी लखमा ने राजीव लोचन महाराज से पहले खुद शादी करके बच्चे पैदा करने की बात कही थी। लखमा के इस बयान से विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल में नाराजगी फैल गई।
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बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद का विरोध
कवासी लखमा के राजीव लोचन महाराज के खिलाफ बयान के बाद बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद के समर्थक रायपुर के सिविल लाइन थाने में उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग करने पहुंचे। हिंदू संगठनों ने कहा कि संतों का अपमान बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने कवासी लखमा से तुरंत माफी मांगने की मांग की थी।
कवासी लखमा का स्पष्टीकरण और माफी
कवासी लखमा ने राजीव लोचन महाराज पे की हुई अपनी टिप्पणी पर माफी मांगते हुए कहा, “मैं आदिवासी समाज से आता हूं और समाज की परंपराओं के संदर्भ में बात कही थी। मेरा उद्देश्य किसी का अपमान करना नहीं था।” उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि उनकी मंशा किसी संत को ठेस पहुंचाने की नहीं थी।
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विवाद पर राजनीतिक बयानबाजी
इस विवाद ने राजनीतिक गर्मी भी पैदा कर दी है। राजनीतिक हलकों में इस मुद्दे पर गहमागहमी जारी है।
बहरहाल कवासी लखमा की माफी के बाद भी बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ता उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग पर अड़े हैं। यह विवाद अभी थमने के आसार नहीं दिख रहे हैं।