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BREAKING NEWS:पोस्टिंग के इंतजार में थे छत्तीसगढ़ के चार आईपीएस, सरकार ने दी नई नियुक्ति

Raipur News @damrua।।छत्तीसगढ़ में सत्ता परिवर्तन के बाद से राज्य के चार वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी एपीओ (अवेटिंग पोस्टिंग आर्डर) की स्थिति में थे, जिन्हें अब करीब दस महीने बाद आखिरकार नई पोस्टिंग दे दी गई है। छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा जारी किए गए इस फैसले के बाद एडीजी दीपांशु काबरा, आईजी डॉ. आनंद छाबड़ा, आईजी ध्रुव गुप्ता और डीआईजी अरविंद कुजूर को अलग-अलग विभागों में नियुक्त किया गया है। हालांकि, इस नए आदेश के बाद भी उन्हें राज्य के प्रमुख विभागों की जिम्मेदारी नहीं सौंपी गई है, जिससे यह पोस्टिंग उनके लिए अत्यधिक संतोषजनक नहीं मानी जा रही है।

 

एडीजी दीपांशु काबरा, जो पहले राज्य में प्रमुख पदों पर रहे हैं, उन्हें अब अजाक (अनुसूचित जाति एवं जनजाति विरोधी अत्याचार निवारण अधिनियम) और पुलिस प्रशिक्षण विभाग की जिम्मेदारी दी गई है। उनकी नई भूमिका राज्य में अनुसूचित जातियों और जनजातियों के खिलाफ होने वाले अपराधों को रोकने और पुलिस के प्रशिक्षण कार्यों को सुधारने के क्षेत्र में सीमित रखी गई है, जो उनके अनुभव को देखते हुए कुछ कमतर मानी जा रही है।

 

आईजी डॉ. आनंद छाबड़ा को आईजी ट्रेनिंग का कार्यभार दिया गया है। राज्य में पुलिस बल की प्रशिक्षण प्रक्रिया को बढ़ावा देने के लिए उन्हें इस पद पर नियुक्त किया गया है, लेकिन उनकी पिछली पदस्थापना और अनुभव को देखते हुए यह भी अपेक्षाकृत कम महत्वपूर्ण भूमिका है।

 

आईजी ध्रुव गुप्ता, जिनका नाम एपीओ में नहीं था और जो हाल ही में केंद्रीय प्रतिनियुक्ति (डेपुटेशन) से लौटे हैं, उन्हें सीसीटीएनएस (क्राइम एंड क्रिमिनल ट्रैकिंग नेटवर्क एंड सिस्टम्स) और एससीआरबी (स्टेट क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो) का कार्यभार सौंपा गया है। यह विभाग मुख्य रूप से अपराधों के रिकॉर्ड को रखने और उन्हें ट्रैक करने का कार्य करता है, जो एक महत्त्वपूर्ण लेकिन अपेक्षाकृत प्रशासनिक भूमिका है।

 

डीआईजी अरविंद कुजूर को डीआईजी सीएएफ (छत्तीसगढ़ आर्म्ड फोर्स) के पद पर नियुक्त किया गया है। सीएएफ का कार्य प्रदेश में कानून व्यवस्था को बनाए रखने और आंतरिक सुरक्षा में सहयोग देना है, लेकिन इसमें राज्य पुलिस के मुकाबले कम प्रमुखता रहती है।

 

हालांकि, इन सभी अधिकारियों को नई पोस्टिंग मिलने के बाद अब वे पुनः अपनी सेवाएं देने में समर्थ होंगे और एपीओ स्थिति से बाहर हो गए हैं। इसके साथ ही, छत्तीसगढ़ पुलिस विभाग के कई अन्य अधिकारियों के मन में भी नई पोस्टिंग को लेकर आशा जगी है।

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