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CG:महिला प्रवक्ता से बदसलूकी पर मौन दीपक बैज महिला सुरक्षा की बात कर रहे हैं – विधायक भावना बोहरा का तीखा जवाब

महिला प्रवक्ता से बदसलूकी पर मौन दीपक बैज महिला सुरक्षा की बात कर रहे हैं – पंडरिया विधायक भावना बोहरा का तीखा जवाब

कवर्धा Kawardha News – छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष दीपक बैज के हालिया “साड़ी और चूड़ी” वाले बयान पर पंडरिया विधायक भावना बोहरा ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने आरोप लगाया कि पांच वर्षों तक अपराधियों को संरक्षण देने के बाद अब कांग्रेस नेता अपराध के प्रति अपनी चिंता जता रहे हैं। बोहरा ने कहा कि कांग्रेस ने अपने कार्यकाल में अपराधियों को प्रोत्साहन दिया, जिससे अपराधियों के हौसले बुलंद हो गए थे।

 

विधायक बोहरा ने कहा कि अब भाजपा की सुशासन की सरकार है जो अपराधियों पर सख्ती बरत रही है, और इसी कारण कांग्रेस में बेचैनी देखी जा रही है। उन्होंने कांग्रेस को उसकी विफलताओं के लिए जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि जिस “बबूल का पेड़” कांग्रेस ने बोया था, आज उसी के कांटे सामने आ रहे हैं।

 

भावना बोहरा ने दीपक बैज द्वारा भाजपा के मुख्यमंत्री और गृहमंत्री पर दिए गए “साड़ी और चूड़ी” वाले बयान पर आक्रोश जताते हुए कहा कि महिलाओं के प्रतीकों का मजाक उड़ाना अनुचित है। उन्होंने सवाल किया कि जब प्रदेश में चाकूबाजी की घटनाएं बढ़ी थीं और कई गंभीर अपराध हुए थे, तब क्या कांग्रेस के नेता भी साड़ी और चूड़ी पहनकर बैठे थे? उन्होंने कांग्रेस की राष्ट्रीय प्रवक्ता के साथ बदसलूकी की घटना का जिक्र करते हुए पूछा कि तब दीपक बैज और उनके शीर्ष नेता चुप क्यों थे।

 

भावना बोहरा ने कहा कि महिलाओं का साड़ी और चूड़ी पहनना कमजोरी का नहीं, बल्कि भारतीय संस्कृति का प्रतीक है। उन्होंने रानी लक्ष्मीबाई, रानी दुर्गावती, और अन्य ऐतिहासिक वीरांगनाओं का उदाहरण देकर बताया कि उन्होंने साड़ी और चूड़ी पहनकर भी अद्वितीय शौर्य का परिचय दिया था। उन्होंने कहा कि भाजपा महिलाओं की संस्कृति और सम्मान का आदर करती है, और इसी सम्मान के तहत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महिलाओं को 33 प्रतिशत आरक्षण देने का प्रावधान किया है।

 

उन्होंने आगे कहा कि मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की सरकार “महतारी वंदन योजना” के माध्यम से महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के लिए हर महीने 1000 रुपये की राशि प्रदान कर रही है। भावना बोहरा ने दीपक बैज से अपील की कि वे महिलाओं के सम्मान के साथ खिलवाड़ न करें और साड़ी और चूड़ी को कमजोरी का प्रतीक न मानें।

 

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