नई दिल्ली new delhi। एक सरकारी सर्वेक्षण से पता चला है कि ग्रामीण क्षेत्रों में 15 से 25 वर्ष की आयु के 82 प्रतिशत से अधिक युवा इंटरनेट का उपयोग करते हैं। वहीं, शहरी क्षेत्रों में यह आंकड़ा लगभग 92 प्रतिशत है। इसमें यह भी पाया गया कि ग्रामीण क्षेत्रों में 15-24 वर्ष की आयु के 95.7 प्रतिशत लोग मोबाइल फोन का उपयोग करते हैं, जबकि शहरी क्षेत्रों में यह आंकड़ा 97 प्रतिशत से थोड़ा कम है।
सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय ने जुलाई 2022 से जून 2023 तक आयोजित एक व्यापक वार्षिक मॉड्यूलर सर्वेक्षण (सीएएमएस) के प्रमुख निष्कर्ष जारी किए। यह नेशनल सैंपल सर्वे (एनएसएस) के 79वें दौर का हिस्सा है। एक आधिकारिक बयान में कहा गया है, ग्रामीण क्षेत्रों में 15-24 वर्ष आयु वर्ग के 82.1 प्रतिशत युवा इंटरनेट का उपयोग कर सकते हैं, जबकि शहरी क्षेत्रों में यह आंकड़ा 91.8 प्रतिशत है।
सर्वेक्षण से पता चलता है कि 15-24 वर्ष आयु वर्ग के 78.4 प्रतिशत युवा अटैच फाइल के साथ मैसेज सेंड कर सकते हैं। वहीं, 71.2 प्रतिशत युवा कॉपी-पेस्ट टूल्स का इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके अलावा, 26.8 प्रतिशत युवा एडवांस टास्क जैसे मेल भेजने, जानकारियों को खोजने और ऑनलाइन बैंकिंग जैसे कामों को करने में सक्षम हैं।
सर्वेक्षण से सामने आई जानकारी के मुताबिक, 95.1 प्रतिशत लोग टेलीफोन या मोबाइल फोन का इस्तेमाल करते हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में 94.2 प्रतिशत और शहरी क्षेत्रों में 97.1 प्रतिशत लोग मोबाइल फोन रखते हैं।
सर्वेक्षण के अनुसार, कंप्यूटर (डेस्कटॉप, पीसी, लैपटॉप) का इस्तेमाल 9.9 प्रतिशत लोग करते हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में 4.2 प्रतिशत और शहरी क्षेत्रों में 21.6 प्रतिशत लोग कंप्यूटर का इस्तेमाल करते हैं।
सर्वेक्षण से अन्य प्रमुख निष्कर्षों के अलावा यह भी पता चला कि 15-24 वर्ष की आयु के 96.9 प्रतिशत व्यक्ति सरल कथनों को समझ कर पढऩे और लिखने में सक्षम हैं तथा सरल अंकगणितीय गणनाएं करने में भी सक्षम हैं। इसी आयु वर्ग में, पुरुषों के लिए यह आंकड़ा लगभग 97.8 प्रतिशत और महिलाओं के लिए 95.9 प्रतिशत है।
मंत्रालय ने कहा, 15 वर्ष और उससे अधिक आयु के व्यक्तियों के लिए औपचारिक शिक्षा में स्कूली शिक्षा के औसत वर्ष अखिल भारतीय स्तर पर 8.4 वर्ष है और 25 वर्ष और उससे अधिक आयु के व्यक्तियों के लिए यह 7.5 वर्ष हैं।