नई दिल्ली new delhi news। भारतीय शेयर बाजार में तेजी का ट्रेंड जारी है। बीते हफ्ते बाजार ने नया ऑल-टाइम बनाया था। ऐसे में आने वाला हफ्ता बाजार के लिए महत्वपूर्ण होने वाला है। अगले हफ्ते वित्त वर्ष 2024-25 की दूसरी तिमाही के नतीजे आने शुरू हो जाएंगे। इसके अलावा मैन्युफैक्चरिंग और सर्विसेज पीएमआई, ऑटो सेल्स, जीएसटी कलेक्शन जैसे आंकड़े आएंगे, जिनसे आने वाले समय में बाजार की दिशा तय होगी।
23 सितंबर से लेकर 27 सितंबर तक का कारोबारी हफ्ता बाजार के लिए शानदार रहा है। इस दौरान सेंसेक्स और निफ्टी दोनों ने क्रमश: 85,978.25 और 26,277.35 का नया ऑल-टाइम हाई बनाया। हालांकि, शुक्रवार के सत्र में सेंसेक्स 264 अंक या 0.31 प्रतिशत गिरकर 85,571 और निफ्टी 37 अंक या 0.14 प्रतिशत गिरकर 26,178 पर बंद हुए।
बीते हफ्ते निफ्टी मेटल (6.82 प्रतिशत), निफ्टी ऑयल एंड गैस (4.72 प्रतिशत), निफ्टी ऑटो (4.51 प्रतिशत), निफ्टी एनर्जी (3.88 प्रतिशत), निफ्टी पीएसयू बैंक (3.05 प्रतिशत), निफ्टी मीडिया (2.32 प्रतिशत), निफ्टी फार्मा (2.29 प्रतिशत), निफ्टी रियल्टी (1.75 प्रतिशत), निफ्टी फाइनेंस (0.52 प्रतिशत) और निफ्टी बैंक (0.08) प्रतिशत का सकारात्मक रिटर्न दिया है। इस दौरान केवल निफ्टी एफएमसीजी में 0.11 प्रतिशत की गिरावट देखी गई।
मास्टर कैपिटल सर्विसेज में रिसर्च और एडवाइजरी के एवीपी विष्णु कांत उपाध्याय का कहना है कि पिछले एक महीने में निफ्टी लगातार तीसरी बार मजबूती से बंद हुआ है। फिलहाल 26,000 के ऊपर कारोबार कर रहा है। जब तक निफ्टी 26,000 के ऊपर बना हुआ है, बाजार का रुझान सकारात्मक बना रहेगा। हालांकि, 26,500 एक रुकावट का स्तर है। अगर यह इसे तोड़ता है तो 26,650 का स्तर देखने को मिल सकता है। हालांकि, 25,900 एक मजबूत सपोर्ट है। अगर यह टूटता है तो 25,600 का स्तर भी आ सकता है, लेकिन बाजार में तेजी है ऐसे में निवेशकों को गिरावट पर खरीदारी की रणनीति पर कायम रहना चाहिए।
स्वास्तिका इन्वेस्टमार्ट के रिसर्च प्रमुख संतोष मीना का कहना है कि बैंक निफ्टी में 54,500 के आसपास मुनाफावसूली देखने को मिली है। मौजूदा समय में सपोर्ट 53,700, 53,300 और 53,000 पर है। जब तक बैंक निफ्टी 53,000 के ऊपर बना हुआ है, तेजी कायम रहेगी। हालांकि, 54,500, 55,000 और 55,500 एक रुकावट का स्तर है।
सितंबर में घरेलू निवेशकों के साथ-साथ विदेशी निवेशकों ने भी बड़ी संख्या में भारतीय बाजार में निवेश किया है। विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) की ओर से इस महीने में अब तक 25,215.25 करोड़ रुपये की कैश सेगमेंट में खरीदारी की गई है और वहीं, घरेलू संस्थागत निवेशकों (डीआईआई) द्वारा 25,214.43 करोड़ रुपये की खरीदारी कैश सेगमेंट में की गई है।